G20 Summit 2023: जी20 समिट में आ रहे राष्ट्राध्यक्षों को पीतल की कमलकृतियां देंगे PM मोदी, महोबा के आर्टिस्ट ने की हैं तैयार
उत्तर प्रदेश का महोबा जिला अपने पिछड़ेपन को लेकर अक्सर चर्चा में रहता है. वहीं यहां की हस्त शिल्पकला ने महोबा को बड़ी पहचान दी है. आगामी 9 सितंबर से दिल्ली में होने जा रहे जी20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने आ रहे विदेशी राष्ट्राध्यक्षों को स्मृति चिन्ह के रूप में बुंदेलखंड के महोबा में निर्मित पीतल के पुष् पकमल भेंट किए जाने हैं, जिन्हें बनाने के लिए शिल्पकार दिन-रात जुटें हुए हैं और पुष्प कमलों को आखिरी रूप देने में लगे हैं.
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View In Appदिल्ली में जी20 देशों के आने वाले मेहमानों को कुलपहाड़ के मेटल आर्टिस्ट मनमोहन सोनी की गढ़ी पीतल के पुष्पकमल भेंट किए जाएंगे. यूपी हस्तशिल्प विकास और विपणन निगम ने मनमोहन के बनाए पुष्पकमल को 8 महीने पहले चयनित कर लिया था. मनमोहन को यूपीएचएमडीसी ने 50 कमलकृतियों को तैयार करने का ऑर्डर दिया थास जिसे बनाकर शुक्रवार को भेज दिया गया है.
यह महोबा ही नहीं बल्कि पूरे बुंदेलखंड को गौरवांवित होने का क्षण है जो जिले की पहचान को नए आयाम दे रहा है. जी20 शिखर सम्मेलन शुरू होने के पहले पुष्प कमल की कलाकृतियों को समय से बनाकर दिल्ली भेज दिया गया है. साल 1998 में राज्य हस्तशिल्प पुरस्कार, 1997 में नेशनल मेरिट अवॉर्ड और 2012 में नेशनल अवॉर्ड जीतने वाले मनमोहन सोनी पीतल की कलाकृतियां गढ़ने के माहिर हैं.
मनमोहन 2012 में अपनी कलाकृतियों की मॉस्कों में प्रदर्शनी लगा चुके हैं. देश के सभी प्रमुख शहरों, महानगरों और हस्तशिल्प मेलों में अपनी कलाकृतियों को प्रदर्शित कर चुके हैं. मनमोहन सोनी के बनाए पुष्प कमल यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और सांसद पुष्पेंद्र सिंह चंदेल ने 2016 में महोबा में आयोजित परिवर्तन रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को स्मृति चिन्ह के रूप में भेंट में दी थी. तब पीएम मोदी ने इसे बेहद पसंद किया था.
शिल्पकार मनमोहन सोनी अपने पिता के समय से पीतल की कलाकृतियों को बनाते चले आ रहे हैं. मनमोहन सोनी की ओर से तैयार की गई पीतल की कमलकृति पांच इंच की है. इसमें 8 बड़ी और 8 छोटी पंखुड़ियों समेत 16 पंखुड़ियां हैं. इस कमल पुष्प को जब खोलते हैं तो सभी पंखुड़ियां खिली हुई अवस्था में नजर आती हैं. इसे बंद करने पर सभी पंखुड़ी अंदर बंद हो जाती हैं और सिर्फ कमल की कली नजर आती है.
मनमोहन सोनी को 50 सेट कमलकृति तैयार करने में एक महीने का समय लगा है. मनमोहन सोनी का पूरा परिवार पीतल की नयनाभिराम कलाकृतियां गढ़ने के लिए जाना जाता है. मनमोहन के बड़े भाई कल्याण दास भी नेशनल अवॉर्ड जीत चुके हैं. उनके छोटे भाई आजाद और शिव कुमार भी स्टेट अवॉर्ड जीत चुके हैं और तो और मनमोहन के काम में घर की महिलाएं भी जरूरत पड़ने पर सहयोग करती हैं. मनमोहन की कमलकृति को दुनिया भर के दिग्गज राष्ट्राध्यक्षों को स्मृति चिन्ह के रूप में भेंट किया जाना बुंदेलखंड के लिए गौरव की बात है. जी20 सम्मेलन में इन कमल पुष्प को बनाकर भेजा गया है.
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