Election Results 2024
(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Happy New Year 2024: बनारस में नए साल का जश्न मनाने की ये हैं शानदार जगह, पर्यटकों को आकर्षित करते हैं ये स्पॉट
नए वर्ष का जश्न मनाने के लिए पर्यटक भारी संख्या में बनारस पहुंचते हैं. बनारस में काशी घाट, गंगा आरती, काशी विश्वनाथ मंदिर, सारनाथ, लाल बहादुर शास्त्री म्यूजियम आकर्षण का केंद्र हैं. नए साल पर आप भी परिवार के साथ बनारस का रुख कर सकते हैं.
Download ABP Live App and Watch All Latest Videos
View In Appकाशी विश्वनाथ मंदिर का भव्य स्वरूप बनने के बाद श्रद्धालुओं की संख्या में भारी बढ़ोतरी हुई है. इस साल तकरीबन 6 करोड़ श्रद्धालु काशी विश्वनाथ मंदिर का दर्शन करने के लिए पहुंचे हैं.
साल के पहले दिन की शुरुआत सुबह काशी विश्वनाथ मंदिर में पूजा अर्चना से कर सकते हैं. नए साल पर बाबा विश्वनाथ का आशीर्वाद जरुर प्राप्त करें.
दशाश्वमेध घाट का ऐतिहासिक महत्व है. गंगा आरती को देखने के लिए दशाश्वमेध घाट पर रोजाना हजारों की संख्या में श्रद्धालु उमड़ते हैं. नए वर्ष पर भी गंगा आरती में शामिल होने का मौका है.
शाम के वक्त होनेवाली गंगा आरती में शामिल होकर मनोकामना की प्राप्ति करें. बनारस को घाटों का शहर कहा जाता है. पर्यटक बनारस के घाटों पर भ्रमण करने, नौका विहार करने के लिए पहुंचते हैं.
नए साल का जश्न मनाने बड़ी संख्या में पर्यटकों के घाटों पर उमड़ने की उम्मीद है. चर्चित नामों में नमो घाट, दशाश्वमेध घाट, अस्सी घाट, राजेंद्र प्रसाद घाट शामिल हैं. बनारस के उत्तरी छोर में ऐतिहासिक धरोहर को देखने के लिए पर्यटक पहुंचते हैं.
सारनाथ बौद्ध अनुयायियों के आस्था का केंद्र है. उत्तरी छोर पर पवित्र धार्मिक स्थल के साथ-साथ चिड़ियाघर, संग्रहालय और सारंगनाथ महादेव मंदिर भी मौजूद हैं. प्रमुख अवसर पर लोग भारी संख्या में पहुंचते हैं.
वाराणसी दौरे पर आए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के सबसे बड़े मेडिटेशन सेंटर स्वर्वेद मंदिर का उद्घाटन किया था. उमरहां स्थित मेडिटेशन सेंटर एक बड़े पिकनिक स्पॉट के रूप में भी लोकप्रिय हो रहा है.
हजारों की भीड़ हर दिन उमड़ रही है. मेडिटेशन सेंटर का आकर्षक स्वरूप लोगों को काफी प्रभावित कर रहा है. अनुमान लगाया जा रहा है कि नए वर्ष पर भी भारी संख्या में लोग पहुंचेंगे.
गंगा के पूर्वी तट पर रामनगर का भव्य किला अनमोल विरासत को संजोए हुए है. किले के अंदर म्यूजियम में काशी नरेश की शान-शौकत और इतिहास से जुड़ी जानकारियां उपलब्ध हैं.
आजाद भारत के दूसरे प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की यादें रानगर से जुड़ी हुई हैं. लाल बहादुर शास्त्री के पैतृक आवास को संग्रहालय में बदल दिया गया है. संग्रहालय में लाल बहादुर से जुड़ी वस्तुएं और अन्य धरोहर को संभाल कर रखा गया है.
- - - - - - - - - Advertisement - - - - - - - - -