3 बच्चों की नहीं हुई पहचान, परिजनों की DNA टेस्ट की मांग, देखें झांसी हादसे की दर्दनाक तस्वीरें
झांसी मेडिकल कॉलेज हादसे में 10 बच्चों की मौत हुई है. हादसे के बाद अभी तक मृतक तीन बच्चों की शिनाख्त नहीं हो सकी है. नाराज परिजन डीएनए टेस्ट की मांग कर रहे हैं. सात बच्चों का अब तक पोस्टमार्टम हो चुका है, चार डॉक्टरों की टीम काम कर रही है. बच्चों के परिजन बेहद नाराज हैं और, अस्पताल के गेट पर जमा हो गए हैं.
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View In Appअस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक सचिन माहोर ने बताया कि आग शॉर्ट सर्किट की वजह से लगी थी, उस समय 49 बच्चे वहां दाखिल थे.
उन्होंने कहा कि आग में से 39 बच्चों को रेस्क्यू कर लिया गया है. सभी बच्चों की हालत स्थिर है. घटना में 10 बच्चों की मौत हुई है, जिनमें से 3 बच्चों की पहचान अभी नहीं हो पाई है. सचिन माहोर ने कहा कि हमने जितनी कोशिश की जा सकती थी हमने की, सभी बच्चों को सकुशल बाहर निकाला गया. फिर भी दस बच्चों की मौत हो गई.
चश्मदीदों का कहना है घटना के बाद आग की स्थिति बेकाबू हो गई. आग की लपटें इतनी तेज थी कि बच्चों को बाहर नहीं निकाला जा सका. हादसे में घायल बच्चों का इलाज किया जा रहा है.
सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी इस हादसे पर दुख जताया है. उन्होंने पीड़ित परिवारों को आर्थिक सहायता दिए जाने का ऐलान किया है. मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख और घायलों के परिजनों को 50-50 हज़ार रुपये देने का ऐलान किया है.
इस हादसे की सूचना मिलते ही डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक और मुख्य स्वास्थ्य सचिव भी झांसी पहुंचे, जहां उन्होंने हालात का जायजा लिया.
इस घटना को लेकर सपा अध्यक्ष अखिेलेश यादव ने भी सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि सीएम योगी को प्रचार और ‘सब ठीक होने के झूठे दावे’ छोड़कर स्वास्थ्य और चिकित्सा की बदहाली पर ध्यान देना चाहिए.
बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी इस मामले में दोषियों को सख्त से सख्त सजा दिए जाने की माँग की है. उन्होंने कहा कि इस घटना की भरपाई असंभव है लेकिन सरकार हर प्रकार से मदद करे.
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