Kashi Vishwanath Corridor Inauguration: काशी विश्वनाथ कोरिडोर बनाने वाले मजदूरों के साथ PM Modi ने खाया खाना, जानिए थाली में क्या-क्या व्यंजन था
Kashi Vishwanath Corridor Inauguration: देश के पीएम नरेंद्र मोदी आज वाराणसी में है. जहां उन्होंने विश्वनाथ कॉरिडोर धाम का लोकार्पण किया है. इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए बीजेपी शासित राज्यों के 12 सीएम और 9 डिप्टी सीएम भी वाराणसी पहुंच गए हैं. वहीं इसका लोकार्पण करने के बाद काशी विश्वनाथ कॉरिडोर को मूर्त रूप देने वाले करीब 2500 मजदूरों के साथ खाना खाया है. देखिए उनकी खास तस्वीरें....
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View In Appबता दें कि पीएम मोदी ने कॉरिडोर बनाने वाले मजदूरों के साथ लंच किया इस दौरान उनके साथ कार्यक्रम में सीएम योगी भी शामिल हुए थे.
इस दौरान उनकी थाली में दाल, चावल, मिक्स सब्जी, रोटी और पापड़ शामिल था. इसके साथ ही उन्होंने मजदूरों के साथ फोटो भी खिंचवाई.
वहीं इससे पहले काशी विश्वनाथ मंदिर में पूजा करने के बाद पीएम मोदी ने दर्जनों सफाई कर्मचारियों पर फूल बरसाएं और उनसे मुलाकात की. इसके बाद उनके साथ भी फोटो खिंचवाई.
पीएम मोदी ने इस दौरान लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि यूपी के मुख्यमंत्री योगी कर्मयोगी है. उन्होंने कहा कि कुछ लोग ऐसे भी हैं जो बनारस के लोगों पर शक करते थे. कहते थे कि ये कैसे होगा, वो कैसे होगा. बनारस पर आरोप लगाए जा रहे थे, लेकिन उनको पता नहीं था कि काशी तो अविनाशी है. काशी में तो एक ही सरकार है वो सरकार है बाबा की.
पीएम मोदी ने काशी में मौजूद साधु-संतों और लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि विश्वनाथ धाम का ये पूरा नया परिसर एक भव्य भवन भर नहीं है, ये प्रतीक है, हमारे भारत की सनातन संस्कृति का! ये प्रतीक है, हमारी आध्यात्मिक आत्मा का! ये प्रतीक है, भारत की प्राचीनता का, परम्पराओं का! भारत की ऊर्जा का, गतिशीलता का.
काशी पहुंचकर पीएम मोदी ने सोशल मीडिया पर जानकारी देते हुए बताया कि कहा कि काशी पहुंचकर अभिभूत हूं. कुछ देर बाद ही हम सभी काशी विश्वनाथ धाम परियोजना के लोकार्पण के साक्षी बनेंगे. इस से पहले मैंने काशी के कोतवाल काल भैरव जी के दर्शन किए.
उन्होंने कहा कि पहले यहां जो मंदिर क्षेत्र केवल तीन हजार वर्ग फीट में था, वो अब करीब 5 लाख वर्ग फीट का हो गया है. अब मंदिर और मंदिर परिसर में 50 से 75 हजार श्रद्धालु आ सकते हैं. यानि पहले मां गंगा का दर्शन-स्नान, और वहाँ से सीधे विश्वनाथ धाम.
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