महोबा: ऐतिहासिक गोवर्धन नाथ जू मेला वैदिक मंत्रों से हुआ शुरू, 141 साल से हो रहा है आयोजन, देखे तस्वीरें
महोबा में 108 भगवान कृष्ण के मंदिरों को समेटे बुंदेलखंड के वृंदावन चरखारी में धार्मिक और ऐतिहासिक गोवर्धननाथ जू मेले का वैदिक मंत्रों के साथ शुभारंभ हो गया. 141 वर्ष पुराने एक माह तक चलने वाले इस सुप्रसिद्ध मेले में नगर पालिका द्वारा विभिन्न सांस्कृतिक और धार्मिक कार्यक्रम आयोजित कराएं जाएंगे.
Download ABP Live App and Watch All Latest Videos
View In Appमेला मंदिर में स्थापित गोवर्धन पर्वतधारी भगवान कृष्ण संग राधा जी को स्थापित कर यजमान बने एमएलसी और विधायक ने विधि विधान के साथ पूजा अर्चना कर मेले की शुरुआत की है.इस मेले का धार्मिक के साथ-साथ ऐतिहासिक महत्व भी है. जिसे देखने और समझने के लिए हजारों की भीड़ यहां जुटती है.
बुंदेलखंड का कश्मीर कहे जाने वाले चरखारी को 108 भगवान कृष्ण के मंदिर होने के चलते मिनी वृंदावन भी कहा जाता है.जहां दीपावली पर्व के दूसरे दिन गोवर्धन पूजा से शुरू होकर एक माह तक चलने वाले धार्मिक मेले में कृष्ण भक्तों का भारी हुजूम उमड़ पड़ता है.
वर्ष 1883 में कृष्ण भक्त चरखारी रियासत के राजा मलखान जूदेव ने गोवर्धन मंदिर की स्थापना कर भगवान कृष्ण राधा की अष्टधातु की मूर्ति स्थापित की थी और तभी से इस मेले की शुरुआत की गई जो अब परम्परागत चला आ रहा है.
मेले के शुभारंभ से पहले भगवान कृष्ण और राधा जी की मूर्ति को रथ में सवार कर भव्य शोभायात्रा शहर में निकाली गई और उसके बाद मेला मंदिर में विधि विधान के साथ अनुष्ठान कर स्थापित किया गया.मंदिर में मुख्य पुजारी सहित अन्य पुरोहितों ने गोवर्धन पर्वत धारी श्री कृष्णा राधा और बलराम की प्रतिमाओं को स्थापित कराया.
141वीं इस परंपरा और मेले का उद्घाटन धार्मिक अनुष्ठान कर एमएलसी जितेंद्र सिंह सेंगर और सदर विधायक राकेश गोस्वामी ने किया है.चरखारी नगर पालिका अध्यक्ष प्रतिनिधि पप्पू कुशवाहा बताते हैं कि नगर पालिका द्वारा इस मेले को भाव बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी गई है.
- - - - - - - - - Advertisement - - - - - - - - -