देखें तस्वीरें: वाराणसी में हुआ नाग नथैया लीला का आयोजन, कोरोना के खात्मे का दिया गया संदेश
नाग नथैया लीला के आयोजन के दौरान तुलसी घाट के किनारे साम्प्रदायिक सौहार्द की तस्वीर भी दिखी. मान्यता है कि इस लीला को देखने मात्र से मोक्ष की कामना पूरी होती है.
Download ABP Live App and Watch All Latest Videos
View In Appगोस्वामी तुलसीदास द्वारा शुरू की गई 440 वर्ष पुरानी इस लीला का अपना अलग महत्व है.
नाग नथैया लीला के आयोजन के दौरान भक्तों ने जमकर जयकारे लगाए. महादेव की नगरी में कृष्ण की नाग नथैया लीला को देखने के लिए दूर-दूर से भक्त यहां पहुंचे थे.
तुलसी घाट पर वर्षों पुरानी इस लीला को देखने के लिए मुस्लिम परिवार भी घाट पर पहुंचे थे और इस लीला को देखकर कृतार्थ हुए. मान्यता है कि इस लीला को देखने मात्र से मोक्ष की कामना पूरी होती है.
नाग नथैया लीला के आयोजन के दौरान तुलसी घाट के किनारे साम्प्रदायिक सौहार्द की तस्वीर भी दिखी.
नाग नथैया लीला के आयोजन के दौरान कुछ समय के लिए गंगा का किनारा यमुना में तब्दील होता है और स्वच्छ गंगा का संदेश इस लीला से प्रसारित होता है. इस बार आयोजन के दौरान भक्तों ने कोरोना के खात्मे की प्रार्थना की.
गोस्वामी तुलसीदास द्वारा शुरू की गई 440 वर्ष पुरानी इस लीला का अपना अलग महत्व है. गंगा के किनारे बालकृष्ण रूपी कलाकार पहले सखाओ के संग गेंद खेलते हैं और बाद में कदम्ब के वृक्ष पर चढ़कर गंगा में छलांग लगाते हैं.
नाग नथैया लीला 440 वर्ष पुरानी परंपरा है. ये आयोजन कृष्ण लीला समारोह का एक हिस्सा है. नाग नथैया लीला के आयोजन के दौरान कोविड 19 गाइडलाइन का पूरी तरह से पालन किया गया.
वाराणसी के लक्खा मेला में शुमार नाग नथैया लीला का आयोजन तुलसी घाट के किनारे पर हुआ. अद्भुत लीला को देखने के लिए भारी संख्या में लोग जमा हुए.
वाराणसी में गंगा नदी के तुलसी घाट पर कार्तिक मास में नाग नथैया लीला का आयोजन किया जाता है. ये 440 वर्ष पुरानी परंपरा है. मान्यता है कि इस लीला को देखने मात्र से मोक्ष की कामना पूरी होती है.
- - - - - - - - - Advertisement - - - - - - - - -