In Pics: महानवमी पर CM योगी ने किया कन्या पूजन, कहा- मां भगवती की कृपा हम सभी पर बनी रहे
Shardiya Navratri 2022: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने शारदीय नवरात्रि की महानवमी पर गोरखनाथ मंदिर में नौ कन्याओं का विधि-विधान के साथ पूजन किया और उनके पांव पखारे. शारदीय नवरात्र की नवमी तिथि पर सदियों से गोरखनाथ मंदिर में विधि-विधान के साथ गोरक्षपीठाधीश्वर के द्वारा पांव पखार कर पूजन की परम्परा का निर्वहन होता चला आ रहा है. योगी आदित्यनाथ ने गोरक्षपीठ स्थित भवन में विधि-विधान के साथ परंपरागत कन्या पूजन किया. उन्होंने मां भगवती के नौ स्वरूपों की प्रतीक नौ कन्याओं, एक बटुक भैरव के पांव पखारकर पहले पूजा-अर्चना की. उसके बाद अपने हाथों से भोजन कराकर दक्षिणा के साथ उनकी विदाई की.
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View In Appइस दौरान मंदिर में पहुंची अन्य कन्याओं को भी उसी श्रद्धाभाव से भोजन कराया गया और विदाई की गई. इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सदी की सबसे बड़ी महामारी के ढाई साल बाद उल्लास के साथ शारदीय नवरात्र का पर्व मनाया जा रहा है. इसमें उल्लास के साथ सावधानी बरतते हुए पंडालों में सुरक्षा के उपाय का करें. इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि मातृशक्ति की आराधना हमारे देश की संस्कृति है. नवरात्रि के नवें दिन कन्या पूजन का विधान है.
मुख्यमंत्री ने सभी प्रदेश और देशवासियों को नवरात्रि और विजयादशमी की बधाई देते हुए कहा कि शारदीय नवरात्रि की नवमी की तिथि है. देवी स्वरूपा नौ कन्याओं के पूजन का कार्यक्रम अभी सम्पन्न हुआ है. सनातन हिन्दू धर्म की परम्परा में पर्व और त्योहारों के महत्तव को रेखांकित करने वाला यह आयोजन मातृशक्ति के सम्मान से जुड़ा हुआ बहुत महत्वपूर्ण प्रश्न है. स्वाभाविक रूप से सनातन हिन्दू धर्म की परम्परा में इसे सर्वोच्च महत्ता दी गई है. किसी भी साल में दो बार वासंतीय और शारदीय नवरात्रि के रूप में सभी हिन्दू धर्मावलंबी मातृ शक्ति के प्रति सर्वोच्च सम्मान व्यक्त करने के लिए इन आयोजनों के साथ जुड़ता है.
सीएम ने कहा कि सभी प्रदेश वासियों को शारदीय नवरात्रि की इस पावन तिथि पर अपनी मंगलमय शुभकामनाएं देते हैं. सनातन काल से ही सभी धर्मावलंबी अपनी इस प्रतिबद्धता के साथ जुड़कर इन कार्यक्रमों को सफल बनाने में लगते हैं. दुर्गा पूजा के पंडाल भी लगते हैं. लोग पूरे परिवार के साथ इस अनुष्ठान से जुड़ते हैं. कुंवारी कन्याओं के पूजन के साथ जगतजननी मां दुर्गा स्वरूपा के पूजन के साथ सम्पन्न हुआ है. हमें इसे धार्मिक और आध्यात्मिक आयोजन तक सीमित न रखकर मातृ शक्ति के प्रति एक आदर का भाव रखें. इसीलिए भारतीय परम्परा में वर्ष में दो बार वासंतीय और शारदीय नवरात्रि के रूप में महत्व दिया है.
सीएम योगी ने कहा कि वासंतीय नवरात्रि के पावन पर्व के रूप में नवमी तिथि को मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम के जन्मदिन और शारदीय नवरात्रि पर नौ दिन जगतजननी के अनुष्ठान के उपरांत दशमी की तिथि विजयादशमी की तिथि धर्म, सत्य और न्याय पर चलने वालों की सदैव विजय होती है. अधर्म, असत्य और अन्याय कभी भी शाश्वत नहीं हो सकता है. कभी भी अंतिम विजय प्राप्त नहीं कर सकता है. विजयादशमी का पर्व भी अपराह्न से शुरू हो जाएगा. इस अवसर पर वे शारदीय नवरात्रि के साथ विजयादशमी की भी बधाई और शुभकामनाएं देते हैं.
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