फिरोजाबाद: मुस्लिम इलाके में मिला 65 साल पुराना मंदिर, VHP की मांग पर पुलिस ने खोला दरवाजा
फिरोजाबाद के रामगढ़ थाना क्षेत्र के 60 फुटा रोड पर एक प्राचीन शिव मंदिर को चिन्हित किया गया है, जिसकी खुदाई शुरू कर दी गई है. फिरोजाबाद विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारियों ने इस मंदिर को खुलवाने के लिए अपर पुलिस अधीक्षक नगर को सूचना दी थी. सूचना के बाद मौके पर पहुंचे अपर पुलिस अधीक्षक नगर ने प्रशासन के सहयोग से मंदिर खुलवा दिया.विश्व हिंदू परिषद के महानगर अध्यक्ष राजीव शर्मा के मुताबिक, यह शिव मंदिर लगभग 65 साल पुराना है. इस शिव मंदिर के अंदर 7 फीट के लगभग मिट्टी भरी हुई. इस मिट्टी को निकाला जा रहा है.
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View In Appमिट्टी निकल जाने के बाद यह स्पष्ट होगा कि आखिर मंदिर में किस-किस की मूर्तियां हैं. रामगढ़ थाना क्षेत्र के 60 फुटा रोड पर चिश्ती नगर में स्थित यह मंदिर मुस्लिम बाहुल्य इलाके में है, लेकिन इस मंदिर को खुलवाने में मुस्लिम समुदाय के लोग भी सहयोग कर रहे हैं. स्थानीय निवासी अकील खान बताते हैं कि यह मंदिर काफी पुराना है और काफी समय से बंद पड़ा हुआ है. यहां पर किसी का आना-जाना नहीं होता है, लेकिन विश्व हिंदू परिषद के लोग जब इसे खोलने आए हैं तो यहां के स्थानीय लोग भी इस मंदिर को खुलवाने में उनकी मदद कर रहे हैं.
मंदिर खुलवाने के दौरान बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स और प्रशासन के लोग मौके पर तैनात रहे. पुलिस के मुताबिक, ऐहतियात के तौर पर यहां पुलिस फोर्स लगाई गई है. फिरोजाबाद सिटी मजिस्ट्रेट राजेंद्र सिंह के मुताबिक, यह मंदिर ठाकुरदास नाम के व्यक्ति की जमीन में बना हुआ है. उन्होंने ही अपने खेत में इस मंदिर को बनवाया था. जब यहां पर आबादी विस्तार हुआ और जमीनें यहां बिकती रहीं तो यह मंदिर मुस्लिम आबादी के बीच आ गया.
पिछले लगभग 50 साल से ज्यादा समय से यह मंदिर बंद है. फिलहाल हिंदूवादी संगठनों की मांग पर इस मंदिर को स्थानीय प्रशासन और पुलिस ने दोबारा खुलवाया है और अब इसकी खुदाई भी शुरू कराई गई है. चिश्ती नगर की मोहम्मदी मस्जिद इलाके में बना यह मंदिर लगभग 95 से 100 साल पुराना बताया जा रहा है. यह मंदिर चूने और सीरे की चिनाई से बनाया गया है. बताया जा रहा है कि हिंदू जमीदारों की जमीनों में कई ऐसे मंदिर बने हुए हैं, जहां 50 से 60 साल पहले खेतों में इन मंदिरों का निर्माण किया गया था, लेकिन जनसंख्या बढ़ने के बाद इस तरह के मंदिर आबादी में आ गए.
इस क्षेत्र में अल्पसंख्यक आबादी बड़ी संख्या में है. इन मंदिरों की अनदेखी इसके निर्माताओं ने ही शुरू कर दी, जिसकी वजह से ये गुमशुदगी का शिकार हो गए. मंदिर के अंदर लगातार 4 घंटे की खुदाई के बाद तीन फीट से ज्यादा मिट्टी और कचरा हिंदूवादी संगठनों ने निकाला है. इसकी खुदाई लगातार जारी है. हिंदूवादी संगठन यहां शिव परिवार के विराजित होने का दावा कर रहे हैं. खुदाई पूरी होने के बाद यह स्थिति स्पष्ट हो जाएगा कि यहां पर कोई मूर्ति अथवा शिवलिंग वर्तमान में मौजूद है या नहीं. फिलहाल खुदाई का काम जारी है.
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