Prayagraj: 83 बार रक्तदान कर चुके हैं प्रयागराज के राजीव मिश्र, भारत के बाद अब कनाडा में भी सम्मानित
Prayagraj: कश्मीर से कन्याकुमारी तक देश में कई जगहों पर दर्जनों बार रक्तदान कर चुके राजीव मिश्र का डंका अब सात समंदर पार कनाडा में भी बजा है. दरअसल कनाडा की एक यूनिवर्सिटी ने राजीव मिश्र को उनके बेमिसाल काम के लिए डॉक्टरेट की मानद उपाधि से नवाजा है. राजीव को ये उपाधि पिछले दिनों नेपाल में सार्क देशों के मुख्यालय में हुए कनाडा यूनिवर्सिटी के समारोह में दी गई. चलिए बताते हैं आपको कौन है राजीव मिश्र.....
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View In Appउत्तराखंड के प्रयागराज में रहने वाले राजीव के भाई की मौत ऑपरेशन के बाद खून की कमी से हुई थी. जिसके बाद वो बुरी तरह से टूट चुके थे. भाई की मौत के बाद राजीव ने रक्तदान कर लोगों की जिंदगी बचाने का फैसला लिया. आपको जानकर हैरानी होगी कि, राजीव पिछले बीस सालों में तिरासी बार रक्तदान कर चुके हैं. खुद रक्तदान करने के साथ ही वो हज़ारों लोगों को जागरूक कर उन्हें भी ब्लड डोनेशन के लिए तैयार कर चुके हैं. देश का शायद ही कोई कोना हो, जहां राजीव की टीम से जुड़े लोगों ने रक्तदान कर लोगों की ज़िंदगियां ना बचाई हो.
ट्यूशन पढ़ाकर अपना और परिवार का खर्च निकालने वाले राजीव दूसरों की ज़िंदगी बचाने के लिए कश्मीर से कन्याकुमारी तक देश में तमाम जगहों पर जाकर रक्तदान करने के लिए अब तक सत्तावन हजार किलोमीटर की यात्रा भी कर चुके हैं. वो देश के एक दर्जन से ज़्यादा राज्यों और पचीस से ज़्यादा शहरों में जाकर ब्लड डोनेट कर चुके हैं.
इसके साथ ही सोशल मीडिया पर उनके द्वारा चलाई जा रही मुहिम से हज़ारों लोग जुड़कर उनके अभियान का हिस्सा बन चुके हैं. राजीव को समाज के प्रति उनके इस बेमिसाल समर्पण के लिए देश में तमाम सम्मान और पुरस्कार मिल चुके हैं, लेकिन ये पहला मौका है जब उन्हें विदेश में भी सम्मानित किया गया है. कनाडा की ब्रॉम्टन युनिवर्सिटी द्वारा दी गई डॉक्टरेट की मानद उपाधि सिर्फ उनका ही नहीं बल्कि पूरे देश का सम्मान है. उन्हें सार्क देशों में पिछले साल समाज को लेकर सबसे समर्पित शख्सियत माना गया है.
राजीव का कहना है कि देश में हर साल तकरीबन बीस हज़ार लोग समय पर खून नहीं मिलने से मौत का शिकार हो जाते हैं. लोग रक्तदान कर ना सिर्फ दूसरे लोगों का जीवन बचा सकते हैं, बल्कि अपनी सेहत को भी और ठीक कर सकते हैं. उनके मुताबिक़ रक्तदान के तमाम फायदे हैं.
रक्तदान कर कई लोगों की ज़िंदगी बचाने वाले राजीव अब इस काम को लगातार बढ़ाते रहने को ही अपने जीवन का इकलौता मकसद बना चुके हैं. उन्होंने फिल्म और खेल से जुड़े सेलिब्रिटीज़ से भी रक्तदान को लेकर चल रहे जागरूकता अभियान का हिस्सा बनने की अपील की है. राजीव दुनिया में सबसे ज़्यादा 177 बार रक्तदान करने वाले चीन के नागरिक के रिकार्ड को तोड़कर गिनीज बुक में देश का नाम दर्ज कराना चाहते हैं. राजीव को जानने वाले लोग भी उनकी प्रतिभा के कायल हैं.
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