एक्सप्लोरर

Sawan 2022: प्रयागराज के इस मंदिर में लगती है भगवान शिव की अदालत, कान पकड़कर उठक -बैठक करते हैं श्रद्धालु, देखें तस्वीरें

Prayagraj News: यूपी के प्रयागराज में भगवान शिव का एक अनोखा मंदिर है. जहां हर रोज उनकी कचहरी लगती है. जिसमें भक्त अपने पापाों और गलतियों की माफी मांगने आते हैं.

Prayagraj News: यूपी के प्रयागराज में भगवान शिव का एक अनोखा मंदिर है. जहां हर रोज उनकी कचहरी लगती है. जिसमें भक्त अपने पापाों और गलतियों की माफी मांगने आते हैं.

शिव कचहरी मंदिर

1/8
Shiv Kachari Temple Sawan Puja: संगम नगरी प्रयागराज (Prayagraj) में भगवान भोलेनाथ का एक ऐसा अनूठा मंदिर हैं, जहां वो न्यायाधीश के रूप में विराजमान होकर अपने भक्तों को दर्शन देते हैं और उनके कर्मों पर फैसला और न्याय करते हैं. भोलेबाबा का ये अनूठा मंदिर शिव कचहरी के नाम से जाना जाता है. इस मंदिर में एक - दो नहीं, बल्कि 286 शिवलिंग हैं. इनमें एक शिवलिंग मुख्य न्यायाधीश के रूप में हैं तो बाकी दूसरे जजेज़ और वकील के रूप में हैं. शिव कचहरी मंदिर में भोलेबाबा के भक्त जाने- अनजाने में हुई गलतियों की माफी मांगने और उसका प्रायश्चित करने के लिए आते हैं. कोई चिट्ठी लिखकर अर्जी लगाता है तो कोई शब्दों के ज़रिये. कोई कान पकड़कर अपनी गलती के लिए क्षमा मांगता है तो कोई उठक -बैठक कर. देखिए तस्वीरें.....
Shiv Kachari Temple Sawan Puja: संगम नगरी प्रयागराज (Prayagraj) में भगवान भोलेनाथ का एक ऐसा अनूठा मंदिर हैं, जहां वो न्यायाधीश के रूप में विराजमान होकर अपने भक्तों को दर्शन देते हैं और उनके कर्मों पर फैसला और न्याय करते हैं. भोलेबाबा का ये अनूठा मंदिर शिव कचहरी के नाम से जाना जाता है. इस मंदिर में एक - दो नहीं, बल्कि 286 शिवलिंग हैं. इनमें एक शिवलिंग मुख्य न्यायाधीश के रूप में हैं तो बाकी दूसरे जजेज़ और वकील के रूप में हैं. शिव कचहरी मंदिर में भोलेबाबा के भक्त जाने- अनजाने में हुई गलतियों की माफी मांगने और उसका प्रायश्चित करने के लिए आते हैं. कोई चिट्ठी लिखकर अर्जी लगाता है तो कोई शब्दों के ज़रिये. कोई कान पकड़कर अपनी गलती के लिए क्षमा मांगता है तो कोई उठक -बैठक कर. देखिए तस्वीरें.....
2/8
ये नज़ारा है कुंभ नगरी प्रयागराज में संगम के नजदीक गंगा नदी के तट पर स्थित शिव कचहरी मंदिर का. इस तरह की तस्वीरें आपको हैरान कर सकती हैं, लेकिन ये नज़ारा यहां आम तौर पूरे दिन ही देखने को मिलता है. यहां भोले भंडारी के दरबार में उनके भक्त अपनी गलतियों की माफी मांगने और उसका प्रायश्चित करने के लिए आते हैं. कोई चिट्ठी लिखकर अपनी अर्जी छोड़ जाता है तो कोई यहां स्थित शिवलिंगों से सटकर धीमी आवाज़ में शब्दों के ज़रिये अपनी हाजिरी लगाता है.
ये नज़ारा है कुंभ नगरी प्रयागराज में संगम के नजदीक गंगा नदी के तट पर स्थित शिव कचहरी मंदिर का. इस तरह की तस्वीरें आपको हैरान कर सकती हैं, लेकिन ये नज़ारा यहां आम तौर पूरे दिन ही देखने को मिलता है. यहां भोले भंडारी के दरबार में उनके भक्त अपनी गलतियों की माफी मांगने और उसका प्रायश्चित करने के लिए आते हैं. कोई चिट्ठी लिखकर अपनी अर्जी छोड़ जाता है तो कोई यहां स्थित शिवलिंगों से सटकर धीमी आवाज़ में शब्दों के ज़रिये अपनी हाजिरी लगाता है.
3/8
यहां तमाम भक्त इसी तरह कान पकड़कर जाने -अनजाने में हुए पापों से मुक्ति पाने की गुहार लगाते हैं तो बहुत लोग भोले बाबा के सामने कान पकड़कर उठक - बैठक करने में भी नहीं हिचकते. कोई अपने कान पकड़कर पांच बार उठक -बैठक करता है तो कोई सात -ग्यारह या इक्कीस बार.
यहां तमाम भक्त इसी तरह कान पकड़कर जाने -अनजाने में हुए पापों से मुक्ति पाने की गुहार लगाते हैं तो बहुत लोग भोले बाबा के सामने कान पकड़कर उठक - बैठक करने में भी नहीं हिचकते. कोई अपने कान पकड़कर पांच बार उठक -बैठक करता है तो कोई सात -ग्यारह या इक्कीस बार.
4/8
दरअसल मान्यता है कि शिव कचहरी मंदिर भोले भंडारी की अदालत होती है और यहां वह खुद न्यायाधीश यानी जज के रूप में विराजमान हैं. भोलेनाथ इस अनूठी कचहरी में जज के रूप में ज़रूर रहते हैं, लेकिन वह भगवान हैं और दयालु भी हैं, लिहाजा गलती मान लेने वाले और उसका प्रयाश्चित करने वाले अपने भक्तों को न सिर्फ माफ़ कर देते हैं, बल्कि उन पर अपनी कृपा बरसाते हुए उनका कल्याण भी करते हैं. भक्तों को इसका विश्वास भी रहता है और इसीलिये वह पूरी आस्था के साथ शिव कचहरी मंदिर में अपनी गलतियों की माफी और भगवान भोलेनाथ का आशीर्वाद पाने के लिए आते हैं.
दरअसल मान्यता है कि शिव कचहरी मंदिर भोले भंडारी की अदालत होती है और यहां वह खुद न्यायाधीश यानी जज के रूप में विराजमान हैं. भोलेनाथ इस अनूठी कचहरी में जज के रूप में ज़रूर रहते हैं, लेकिन वह भगवान हैं और दयालु भी हैं, लिहाजा गलती मान लेने वाले और उसका प्रयाश्चित करने वाले अपने भक्तों को न सिर्फ माफ़ कर देते हैं, बल्कि उन पर अपनी कृपा बरसाते हुए उनका कल्याण भी करते हैं. भक्तों को इसका विश्वास भी रहता है और इसीलिये वह पूरी आस्था के साथ शिव कचहरी मंदिर में अपनी गलतियों की माफी और भगवान भोलेनाथ का आशीर्वाद पाने के लिए आते हैं.
5/8
मान्यता है कि शिव कचहरी बेहद प्रचीन मंदिर है, लेकिन तकरीबन डेढ़ सौ साल पहले इसे अदालत का स्वरुप देकर शिव कचहरी नाम दिया गया. इस अनूठे मंदिर में दो सौ छियासी शिवलिंग है. मंदिर परिसर में थोड़ी ऊंचाई पर अलग स्वरुप में मौजूद शिवलिंग भगवान भोलेनाथ को मुख्य न्यायाधीश के रूप में प्रदर्शित करता है, जबकि बाकी शिवलिंग दूसरे जजेज और वकील के तौर पर विराजमान हैं.
मान्यता है कि शिव कचहरी बेहद प्रचीन मंदिर है, लेकिन तकरीबन डेढ़ सौ साल पहले इसे अदालत का स्वरुप देकर शिव कचहरी नाम दिया गया. इस अनूठे मंदिर में दो सौ छियासी शिवलिंग है. मंदिर परिसर में थोड़ी ऊंचाई पर अलग स्वरुप में मौजूद शिवलिंग भगवान भोलेनाथ को मुख्य न्यायाधीश के रूप में प्रदर्शित करता है, जबकि बाकी शिवलिंग दूसरे जजेज और वकील के तौर पर विराजमान हैं.
6/8
न्यायाधीश व वकीलों के रूप में मौजूद शिवलिंग बिल्कुल उसी स्वरुप में स्थित हैं, जैसा आमतौर पर अदालतों में देखने को मिलता है. मान्यता यह भी है कि भगवान शिव यहां लोगों को उनके कर्मों के मुताबिक़ पुरस्कार व सज़ा देते हैं. उनसे जुड़े मामलों में अपना फैसला सुनाते हैं और इंसाफ करते हैं. वह कल्याणकारी और दयालु भी हैं, इसलिए अलग -अलग तरीकों से माफी मांगने व गलतियों का प्रायश्चित करने वालों का कल्याण करते हैं और साथ ही उन पर कृपा भी बरसाते हैं.
न्यायाधीश व वकीलों के रूप में मौजूद शिवलिंग बिल्कुल उसी स्वरुप में स्थित हैं, जैसा आमतौर पर अदालतों में देखने को मिलता है. मान्यता यह भी है कि भगवान शिव यहां लोगों को उनके कर्मों के मुताबिक़ पुरस्कार व सज़ा देते हैं. उनसे जुड़े मामलों में अपना फैसला सुनाते हैं और इंसाफ करते हैं. वह कल्याणकारी और दयालु भी हैं, इसलिए अलग -अलग तरीकों से माफी मांगने व गलतियों का प्रायश्चित करने वालों का कल्याण करते हैं और साथ ही उन पर कृपा भी बरसाते हैं.
7/8
वैसे तो शिव कचहरी मंदिर में रोज़ाना सैकड़ों की तादात में श्रद्धालु न्यायाधीश के रूप में विराजमान भोलेबाबा के दर्शन व पूजा -अर्चना के लिए आते हैं, लेकिन यहां सावन महीने में ख़ास आयोजन होते हैं. पूरे सावन महीने यहां मेला लगता है तो भोलेबाबा के इस सबसे प्रिय महीने में उनके भक्तों की भीड़ से शिव कचहरी गुलजार रहती है. मंदिर में भगवान विष्णु की भी एक मूर्ति रखी हुई है. शिव कचहरी मंदिर के पुजारी पंडित शंभूनाथ दुबे के मुताबिक़ भगवान शिव यहां निर्णय व न्याय तो करते ही हैं, साथ ही भक्तों को इच्छित फल देते हुए उनकी सभी मनोकामनाओं की पूर्ति भी करते हैं.
वैसे तो शिव कचहरी मंदिर में रोज़ाना सैकड़ों की तादात में श्रद्धालु न्यायाधीश के रूप में विराजमान भोलेबाबा के दर्शन व पूजा -अर्चना के लिए आते हैं, लेकिन यहां सावन महीने में ख़ास आयोजन होते हैं. पूरे सावन महीने यहां मेला लगता है तो भोलेबाबा के इस सबसे प्रिय महीने में उनके भक्तों की भीड़ से शिव कचहरी गुलजार रहती है. मंदिर में भगवान विष्णु की भी एक मूर्ति रखी हुई है. शिव कचहरी मंदिर के पुजारी पंडित शंभूनाथ दुबे के मुताबिक़ भगवान शिव यहां निर्णय व न्याय तो करते ही हैं, साथ ही भक्तों को इच्छित फल देते हुए उनकी सभी मनोकामनाओं की पूर्ति भी करते हैं.
8/8
कहा जाता है कि मनुष्य को अपने जीवन में किये गए पुण्य व अच्छे कर्मों का फल तभी हासिल होता है, जब वह जाने -अंजाने में हुए पापों का प्रायश्चित कर चुका होता है. इसी विश्वास के साथ बड़ी संख्या में श्रद्धालु शिव कचहरी मंदिर आते हैं और यहां अपनी गलतियों की माफी मांगने के बाद भगवान शिव से अपने लिए न्याय व कल्याण की प्रार्थना करते हैं. इस मंदिर का संबंध नेपाल के राजघराने से भी है.
कहा जाता है कि मनुष्य को अपने जीवन में किये गए पुण्य व अच्छे कर्मों का फल तभी हासिल होता है, जब वह जाने -अंजाने में हुए पापों का प्रायश्चित कर चुका होता है. इसी विश्वास के साथ बड़ी संख्या में श्रद्धालु शिव कचहरी मंदिर आते हैं और यहां अपनी गलतियों की माफी मांगने के बाद भगवान शिव से अपने लिए न्याय व कल्याण की प्रार्थना करते हैं. इस मंदिर का संबंध नेपाल के राजघराने से भी है.

उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड फोटो गैलरी

उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड वेब स्टोरीज

और देखें
Advertisement
Advertisement
25°C
New Delhi
Rain: 100mm
Humidity: 97%
Wind: WNW 47km/h
Advertisement

टॉप हेडलाइंस

हिंदुओं पर अत्याचार, क्या एक्शन लेगा बांग्लादेश? भारत लौटे विदेश सचिव ने बताए पड़ोसी देश के मंसूबे
हिंदुओं पर अत्याचार, क्या एक्शन लेगा बांग्लादेश? भारत लौटे विदेश सचिव ने बताए पड़ोसी देश के मंसूबे
'बिहार में सरकार बनी तो एक डिप्टी सीएम मुस्लिम होगा', कांग्रेस नेता शाहनवाज आलम का दावा
'बिहार में सरकार बनी तो एक डिप्टी सीएम मुस्लिम होगा', कांग्रेस नेता शाहनवाज आलम का दावा
Aaliyah Kashyap Wedding Reception: गोल्ड प्लेटेड ड्रेस में मॉडर्न ब्राइड बनीं आलिया, साड़ी में छाईं सुहाना खान, देखें तस्वीरें
आलिया कश्यप के वेडिंग रिसेप्शन में सजी सितारों की महफिल, सुहाना-शोभिता भी पहुंचे
Jungle Camps India IPO GMP: पैसा डबल करने वाला IPO, बस कल तक का है मौका, GMP देखकर हो जाएंगे हैरान
पैसा डबल करने वाला IPO, बस कल तक का है मौका, GMP देखकर हो जाएंगे हैरान
Advertisement
ABP Premium

वीडियोज

विस्तार से देखिए बड़ी खबरेंPM मोदी ने की रणबीर-सैफ अली खान से बात, आलिया-रिद्धिमा-भरत साहनी भी दिखे साथ'सिस्टम'...ससुराल और सुसाइड , इंजीनियर अतुल का आखिरी वीडियोसिस्टम ने ली अतुल सुभाष की जान या पत्नी की प्रताड़ना से की आत्महत्या?

फोटो गैलरी

पर्सनल कार्नर

टॉप आर्टिकल्स
टॉप रील्स
हिंदुओं पर अत्याचार, क्या एक्शन लेगा बांग्लादेश? भारत लौटे विदेश सचिव ने बताए पड़ोसी देश के मंसूबे
हिंदुओं पर अत्याचार, क्या एक्शन लेगा बांग्लादेश? भारत लौटे विदेश सचिव ने बताए पड़ोसी देश के मंसूबे
'बिहार में सरकार बनी तो एक डिप्टी सीएम मुस्लिम होगा', कांग्रेस नेता शाहनवाज आलम का दावा
'बिहार में सरकार बनी तो एक डिप्टी सीएम मुस्लिम होगा', कांग्रेस नेता शाहनवाज आलम का दावा
Aaliyah Kashyap Wedding Reception: गोल्ड प्लेटेड ड्रेस में मॉडर्न ब्राइड बनीं आलिया, साड़ी में छाईं सुहाना खान, देखें तस्वीरें
आलिया कश्यप के वेडिंग रिसेप्शन में सजी सितारों की महफिल, सुहाना-शोभिता भी पहुंचे
Jungle Camps India IPO GMP: पैसा डबल करने वाला IPO, बस कल तक का है मौका, GMP देखकर हो जाएंगे हैरान
पैसा डबल करने वाला IPO, बस कल तक का है मौका, GMP देखकर हो जाएंगे हैरान
Watch: आपस में ही भिड़ गए भारतीय खिलाड़ी, अंपायर को करना पड़ा बीच-बचाव
आपस में ही भिड़ गए भारतीय खिलाड़ी, अंपायर को करना पड़ा बीच-बचाव
Vastu Tips: तलवार घर में रख सकते हैं क्या ?
तलवार घर में रख सकते हैं क्या ?
किडनैपिंग के बाद सदमे में हैं सुनील पाल, मेरठ पुलिस को वाइफ सरिता पाल ने सुनाई पूरी दास्तान
किडनैपिंग के बाद सदमे में हैं सुनील पाल, वाइफ सरिता पाल ने सुनाई पूरी दास्तान
दिल्ली विश्वविद्यालय में निकली असिस्टेंट प्रोफेसर की भर्ती, केवल इस डेट तक ही कर सकते हैं अप्लाई
दिल्ली विश्वविद्यालय में निकली असिस्टेंट प्रोफेसर की भर्ती, केवल इस डेट तक ही कर सकते हैं अप्लाई
Embed widget