Women's Day 2024: 175 ट्रेनों की कमान महिलाओं के हाथों में, प्रिंयका, रूबी, अर्चना ने संभाली जिम्मेदारी, देखें तस्वीरें
पूर्वोत्तर रेलवे में सबसे बड़े जंक्शन पर अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर नजारा कुछ खास रहा. यहां से गुजरने वाली लगभग 175 ट्रेनों की कमान की पूरी जिम्मेदारी महिलाओं के हाथ में सौंपी गई.
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View In Appजंक्शन के प्लेटफार्म नंबर 6 से सबसे पहले इंटरसिटी ट्रेन में यह अभिनव प्रयोग देखने को मिला जहां पर लोको पायलट से लगाये चालक दल व गार्ड की पूरी जिम्मेदारी महिलाओं ने उठाई. वही सिग्नल डिपार्टमेंट में ट्रेनों के लिए पॉइंट बनाने से लेकर उसे रास्ता दिखाने और लाइन क्लियर करने तक की पूरी जिम्मेदारी आधी आबादी के हाथों में रही.
पूर्वोत्तर रेलवे के गोरखपुर रेलवे स्टेशन पर यह सब हुआ अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर महिलाओं को सम्मान देने के लिए किया गया. साल 2024 में इस दिन को इंस्पायर इंक्लूजन (ऐसी दुनिया जहां हर किसी को बराबर का हक व सम्मान मिले) थीम के साथ मनाया गया.
इसी को लेकर पूर्वोत्तर रेलवे ने अब तक की सबसे बड़ी तैयारी की, यह पहली बार हुआ जब पूरा आरआरई पैनल महिला कर्मचारियों के हाथ में रहा. यहां कार्यरत सभी महिला कर्मचारी स्टेशन मास्टर आदि अपने कार्यों में पूरी तरीके से दक्ष दिखे इस कार्य के लिए उन्होंने बाकायदा 2 महीने का प्रशिक्षण भी प्राप्त किया और अब जब उन्हें पूर्वोत्तर रेलवे द्वारा जिम्मेदारी सौंप गई तो उसका निर्माण हुआ बखूबी करती नजर आई.
कंट्रोल रूम से सिग्नल प्राप्त होते ही प्लेटफार्म नंबर 6 पर खड़ी नौतनवा जाने के लिए तैयार इंटरसिटी एक्सप्रेस की महिला लोको पायलट प्रियंका व सह पायलट अंजली को ट्रेन की गार्ड जागृति ने हरी झण्डी दिखाया. हरी झंडी मिलते ही लोको पायलट प्रियंका शर्मा ने ट्रेन का कॉशन सिटी देते हुए यात्रियों को सचेत किया.
लाइन क्लियर होने का सिग्नल प्राप्त होते ही धीरे-धीरे ट्रेन प्लेटफार्म नंबर 6 से अपने गंतव्य के लिए रवाना हुई. इस ट्रेन में महिला टीटी के साथ ही एस्कॉर्ट कर रही आरपीएफ की महिला जवानों ने यात्रियों को सुरक्षा का एहसास भी कराया.
आरआरआई सेंटर रूट रिले इंटरलॉकिंग की कमान संभाल रही आठ महिलाओं ने पूर्वोत्तर रेलवे में संचालित हो रही ट्रेनों पर नियंत्रण रखते हुए उनका बखूबी संचालन जारी रखा.
आरआरआई सेंटर में ट्रेनों का संचालन, प्लानिंग, रैक लगाना, शटरिंग वर्क, गाड़ियों के आने व जाने सहित अन्य महत्वपूर्ण कार्य इन आठ महिलाओं के कंधे पर दी गई.
कंट्रोल रूम में एरिया नियंत्रक प्रियंका ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर दी गई जिम्मेदारियां को बड़ी जिम्मेदारी बताते हुए कहा कि यह हमारा सौभाग्य है कि उन्हें सरकारी डिपार्टमेंट द्वारा इसके लिए चुना गया है. स्टेशन मास्टर व पैनल सुपरवाइजर शालू ने पूर्वोत्तर रेलवे का आभार जताते हुए कहा कि हमें गर्व की अनुभूति हो रही है.
उनके द्वारा पूर्वोत्तर रेलवे में ट्रेनों का संचालन सुनिश्चित किया जा रहा है. ब्लॉक ऑपरेटर पुष्पा काफी खुश दिखीं. उन्होंने कहा घर की जिम्मेदारी निभाने के बाद अब यहां की जिम्मेदारी बहुत बड़ी लगती है, लेकिन फिर भी हम पूरी सहजता के साथ इस जिम्मेदारी का निर्माण कर रहे हैं.
स्टेशन मास्टर सामान्य के पद पर कार्यरत खुशनसीबा बताती है कि यहां पर एक परिवार की तरह हम सभी अपनी-अपनी जिम्मेदारियां को बखूबी निभाते हैं. हमारी एक गलती सैकड़ो यात्रियों की जान पर बन सकती है, ऐसे में हमें पूरी तरीके से चौकन्ना रहकर यह कार्य करना पड़ता है. स्टेशन मास्टर इंदौर रूबी के सिग्नल रचना कुमारी एस श्वेता सिंह एफओआई एस. अर्चना ने भी दी गई. जिम्मेदारियां को पूरी तत्परता और उत्साहपूर्वक निर्वहन किया.
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