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Yogi Adityanath Exclusive Pics: जब संन्यासी बनने के बाद पहली बार भिक्षा लेने के लिए गांव पहुंचे थे योगी, फूट-फूट कर रोने लगी थी मां, देखें तस्वीरें
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संन्यासी बनने के बाद पहली बार भिक्षा लेने के लिए अपने गांव पहुंचे थे योगी आदित्यनाथ
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![Yogi Adityanath 2.0: यूपी के मुख्यमंत्री की कुर्सी पर योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) एक बार फिर काबिज हो चुके हैं. आज हम आपको यूपी के सीएम और गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ की वो रेयर तस्वीर दिखाने जा रहे हैं जब वे पहली बार संन्याण ग्रहण करने के बाद भिक्षा लेने के लिए अपने गांव पहुंचे थे.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2022/03/25/ad18286d8a104ad5c262b4eac9b5b2fc4d331.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
Yogi Adityanath 2.0: यूपी के मुख्यमंत्री की कुर्सी पर योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) एक बार फिर काबिज हो चुके हैं. आज हम आपको यूपी के सीएम और गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ की वो रेयर तस्वीर दिखाने जा रहे हैं जब वे पहली बार संन्याण ग्रहण करने के बाद भिक्षा लेने के लिए अपने गांव पहुंचे थे.
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![योगी आदित्यनाथ ने 1993 में अपना घर त्याग दिया था और गोरखपुर आ गए थे. यहां संन्यास ग्रहण करने के चार वर्ष बाद वह पहली बार उत्तराखंड में अपने गांव पंचूर पहुंचे थे.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2022/03/25/f3ccdd27d2000e3f9255a7e3e2c4880004fa2.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
योगी आदित्यनाथ ने 1993 में अपना घर त्याग दिया था और गोरखपुर आ गए थे. यहां संन्यास ग्रहण करने के चार वर्ष बाद वह पहली बार उत्तराखंड में अपने गांव पंचूर पहुंचे थे.
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![संन्यासी बनने के बाद योगी आदित्यनाथ की यह पहली यात्रा थी. हालांकि यह यात्रा परिवार से मिलने के लिए नहीं थी बल्कि उन्हें ऐसा संन्यासी जीवन का एक अहम विधान पूरा करने के लिए करनी पड़ी थी.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2022/03/25/b1dcf214aa6e1e345d7760cd239b5221b6d36.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
संन्यासी बनने के बाद योगी आदित्यनाथ की यह पहली यात्रा थी. हालांकि यह यात्रा परिवार से मिलने के लिए नहीं थी बल्कि उन्हें ऐसा संन्यासी जीवन का एक अहम विधान पूरा करने के लिए करनी पड़ी थी.
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![दरअसल संन्यास ग्रहण करने के बाद एक अहम विधान के तहत उन्हें पहली भिक्षा अपने माता-पिता से लेनी थी. इसलिए वे अपने गांव पहुंचे थे. इस दौरान माता-पिता ने अपने संन्यास जीवन ग्रहण कर चुके पुत्र को यथोचित भिक्षा के रूप में चावल, फल व सिक्के दिए थे.](https://cdn.abplive.com/imagebank/default_16x9.png)
दरअसल संन्यास ग्रहण करने के बाद एक अहम विधान के तहत उन्हें पहली भिक्षा अपने माता-पिता से लेनी थी. इसलिए वे अपने गांव पहुंचे थे. इस दौरान माता-पिता ने अपने संन्यास जीवन ग्रहण कर चुके पुत्र को यथोचित भिक्षा के रूप में चावल, फल व सिक्के दिए थे.
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![बताया जाता है कि संन्यास जीवन ग्रहण कर चुके बेटे योगी आदित्यनाथ को भिक्षा देते हुए उनकी मां बिलख-बिलख कर रो पड़ी थी. उन्होंने अपने पुत्र को रोकने की भी भरसक कोशिश की थी लेकिन योगी आदित्यनाथ अपने फैसले पर अड़िग रहे. उन्होंने अपनी माता से कहा था-मां मैं यहा भिक्षा ग्रहण करने आया हूं](https://cdn.abplive.com/imagebank/default_16x9.png)
बताया जाता है कि संन्यास जीवन ग्रहण कर चुके बेटे योगी आदित्यनाथ को भिक्षा देते हुए उनकी मां बिलख-बिलख कर रो पड़ी थी. उन्होंने अपने पुत्र को रोकने की भी भरसक कोशिश की थी लेकिन योगी आदित्यनाथ अपने फैसले पर अड़िग रहे. उन्होंने अपनी माता से कहा था-मां मैं यहा भिक्षा ग्रहण करने आया हूं
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![15 फरवरी 1994 को नाथ संप्रदाय के प्रमुख मठ गोरखनाथ मंदिर के उत्तराधिकारी के रूप में अपने गुरु महंत अवैद्यनाथ से दीक्षा ली थी. इसके बाद वह पूरी तरह योगी बन गए और ताउम्र भगवा वस्त्र धारण करने वाले भी बन गए. जल्द ही उन्हें छोटे महाराज की उपाधि से संबोधित किया जाने लगा था. इमेज क्रेडिट- सोशल मीडिया](https://cdn.abplive.com/imagebank/default_16x9.png)
15 फरवरी 1994 को नाथ संप्रदाय के प्रमुख मठ गोरखनाथ मंदिर के उत्तराधिकारी के रूप में अपने गुरु महंत अवैद्यनाथ से दीक्षा ली थी. इसके बाद वह पूरी तरह योगी बन गए और ताउम्र भगवा वस्त्र धारण करने वाले भी बन गए. जल्द ही उन्हें छोटे महाराज की उपाधि से संबोधित किया जाने लगा था. इमेज क्रेडिट- सोशल मीडिया
Published at : 25 Mar 2022 03:50 PM (IST)
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