सेकंड हैंड टेक डिवाइस से कमा लिए करोड़ों रुपये, इस तरह काम कर रही कंपनी
इस साल जनवरी में, इंडिया सेल्युलर एंड इलेक्ट्रॉनिक्स एसोसिएशन (ICEA) और इंटरनेशनल डेटा कॉरपोरेशन (IDC) की एक रिपोर्ट पेश की गई थी. रिपोर्ट में बताया गया था कि 2021 में 25 मिलियन से अधिक यूनिट इस्तेमाल किए गए स्मार्टफोन का बिजनेस हुआ था. इन स्मार्टफोन को औसत ₹6,916 में बचा गया, जिससे $2.3 बिलियन का रेवेन्यू मिला.
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View In Appएक दिल्ली स्थित एक स्टार्टअप ने इस मुद्दे को समझा और अपना नया व्यापार शुरू किया. वे इस व्यापार के माध्यम से पैसा कमा रहा है. साकेत सौरव और अवनीत सिंह की ReFit Global धीरे-धीरे और चालाकी से भारत के रिफर्बिश्ड या यूं कहिए कि सेकंड हैंड टेक मार्केट स्पेस को मजबूत पकड़ बना रही है.
योर स्टोरी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, रीफिट ग्लोबल के सह-संस्थापक साकेत ने कहा, 2015 में शॉपक्लूज में काम करते हुए, हमने कंपनी के लिए रिन्यू पोर्टफोलियो शुरू किया, जो एक रिफर्बिश्ड मोबाइल कैटेगरी थी, जो केवल 8-9 महीनों में 40 करोड़ रुपये प्रति माह तक पहुंच गई.
स्टार्टअप ने योर स्टोरी को बताया कि वे फ्लिपकार्ट, और अमेजन जैसे ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर एक्सचेंज किए गए फोन को लेते हैं. ReFit का अपना मोबाइल डायग्नोस्टिक एप्लिकेशन है. कंपनी 37 क्वालिटी चेक पैरामीटर्स पर प्रत्येक मोबाइल को चेक करती है.
सिर्फ फोन ही नहीं, कंपनी वाशिंग मशीन, रेफ्रिजरेटर, टेलीविजन और एयर कंडीशनर जैसे अन्य बिजली के डिवाइस को भी रिफर्बिश्ड करती है. ReFit ने अब तक 15 लाख से अधिक फोन बेचे हैं जिनमें से 80% Fliocard से और बाकी 20% अन्य ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म से लिए गए थे. वित्त वर्ष 2023 में ReFit ने लगभग 500,000 हैंडसेट बेचकर जबरदस्त कमाई की है.
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