AI से बन सकता है फर्जी आधार कार्ड! जानें कैसे करें असली और नकली में पहचान
जानकारी के लिए बता दें कि आधार एक 12 अंकों की यूनिक आईडी होती है जो भारत सरकार द्वारा हर नागरिक को दी जाती है, चाहे वह बच्चा हो या वयस्क. यह बायोमेट्रिक और डेमोग्राफिक जानकारी के आधार पर आपकी पहचान को साबित करता है.
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View In Appअब आपको बताते हैं कि आप कैसे फेक और असली आधार कार्ड में कैसे पहचान करें. AI से बना आधार कार्ड चाहे उसमें असली फोटो अपलोड की जाए लेकिन वह फोटो अक्सर अलग नजर आती है. असली कार्ड में पासपोर्ट साइज फोटो साफ और सटीक होती है.
हिंदी और अंग्रेज़ी में लिखे गए अक्षरों का आकार, स्टाइल और संरेखण (alignment) नकली कार्ड में अलग हो सकता है. असली आधार कार्ड में कॉलन (:), स्लैश (/), कॉमा (,) आदि का उपयोग एक निश्चित तरीके से होता है जबकि नकली में ये अनियमित दिख सकते हैं.
आधार और भारत सरकार के लोगो की गुणवत्ता और स्थान असली कार्ड में एकदम स्पष्ट होते हैं जबकि नकली कार्ड में यह धुंधले या टेढ़े हो सकते हैं. नकली और असली कार्ड की पहचान का सबसे मजबूत तरीका है QR कोड स्कैन करना. असली QR कोड स्कैन करने पर UIDAI वेबसाइट से जुड़ी सही जानकारी मिलती है.
इसके अलावा आप UIDAI की वेबसाइट से भी आधार की वैधता की जांच कर सकते हैं. इसके लिए सबसे पहले वेबसाइट पर जाएं: https://myaadhaar.uidai.gov.in/verifyAadhaar. इसके बाद Check Aadhaar Validity ऑप्शन पर क्लिक करें. अब 12 अंकों का आधार नंबर और कैप्चा दर्ज करें.
यदि आधार असली है तो स्क्रीन पर “Aadhaar Verification Completed” लिखा आएगा, और नाम, लिंग व राज्य की जानकारी दिखाई देगी. इन डिटेल्स को अपने कार्ड से मिलाएं, अगर मेल खाती हैं, तो कार्ड असली है. बताते चलें कि VID एक 16 अंकों की अस्थायी संख्या होती है, जिसे आप खुद बना सकते हैं और यह आपके असली आधार नंबर से लिंक होती है. इससे आपकी पहचान सुरक्षित रहती है.
VID सिर्फ आधार धारक ही खुद बना सकता है. कोई और संस्था, ऐप या सेवा प्रदाता आपके लिए VID जनरेट नहीं कर सकता. एक बार जनरेट करने पर यह SMS के जरिए आपके रजिस्टर्ड मोबाइल पर भेज दी जाती है.
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