मोबाइल फोन में Camera कैसे करता है काम, यहां समझिए पूरी टेक्नोलॉजी, इन कम्पोनेंट्स की होती है भूमिका
ऑप्टिकल सेंसर: यह आपकी फ़ोटो या वीडियो को अंडरलाइन करने के लिए हाई कॉम्पिटीटिव इमेज ज्ञान को जुटाता है. इसमें पिक्सल्स का एक टेबल (सारिणी) होती है जो कलर, एक्सपोजर और एक्सपेंशन को पकड़ती है.
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View In Appलेंस: यह (Lens) ऑप्टिकल सेंसर के सामने सेट अप होती है और आपके विचार को छवि में स्थानांतरित करने के लिए लाइट को गैदर करती है. यह लेंस आपको विभिन्न फ़ोकस और ज़ूम लेवल्स प्रदान करती है.
इमेज स्टेबिलाइजेशन: कई स्मार्टफोन (smartphone) में ऑप्टिकल या इलेक्ट्रॉनिक इमेज स्टेबिलाइजेशन टेक्नोलॉजी भी होती है जो कैमरे के हिलने को कम करके शार्प और स्थिर तस्वीरें प्रदान करती है.
इमेज प्रोसेसिंग: एक मोबाइल कैमरा के भीतर एक छोटा इमेज प्रोसेसिंग (image processing) यूनिट होता है जो ऑप्टिकल सेंसर द्वारा दी गई जानकारी को संसाधित करता है. यह हाई क्वालिटी, कलर, एक्सपोजर, एचडीआर, और दूसरी इमेज पैरामीटर्स को कंट्रोल करता है ताकि आपको एक बेहतरीन फ़ोटो या वीडियो मेकिंग में मदद मिले.
सॉफ़्टवेयर प्रोसेसिंग: प्रोसेस्ड इमेज डेटा को तब फ़ोन के सॉफ़्टवेयर एल्गोरिदम में भेज दिया जाता है, जो इमेज क्वालिटी को और ज्यादा रिफाइन करता है और अतिरिक्त प्रोमोशन जैसे कि एचडीआर (हाई डायनेमिक रेंज), पोर्ट्रेट मोड या फ़िल्टर लागू करता है. ये एल्गोरिदम फोन के स्पेसिफिकेशंस और यूजर्स सेटिंग्स के आधार पर इमेज को अनुकूलित करने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं
डिस्प्ले और स्टोरेज: आखिरी खींची फोटो फोन की स्क्रीन पर प्रदर्शित होती है, जिससे यूजर्स अपनी फोटो का प्रिव्यू और समीक्षा कर सकते हैं. फोटो को फोन की इंटरनल मेमोरी या एसडी कार्ड जैसे बाहरी स्टोरेज डिवाइस में भी स्टोर किया जा सकता है.
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