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दिलचस्प है भारत की पहली AC ट्रेन की कहानी, बर्फ का किया जाता था इस्तेमाल
India's first AC: वर्तमान समय में देश वंदे भारत ट्रेन पर काम कर रहा है. लेकिन आपको पता है कि विभाजन से पहले ही साल 1934 में पहली एसी ट्रेन का संचालन कैसे किया गया था.
![India's first AC: वर्तमान समय में देश वंदे भारत ट्रेन पर काम कर रहा है. लेकिन आपको पता है कि विभाजन से पहले ही साल 1934 में पहली एसी ट्रेन का संचालन कैसे किया गया था.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2023/11/22/e26b7c9849b5318857fe6c8fe9c56bf21700676936215853_original.png?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
AC train
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![यह ट्रेन 1 सितंबर, 1928 को मुंबई के बैलार्ड पियर स्टेशन से दिल्ली, बठिंडा, फिरोजपुर और लाहौर होते हुए पेशावर (अब पाकिस्तान में) तक शुरू हुई थी, लेकिन मार्च 1930 में इसे सहारनपुर, अंबाला, अमृतसर और लाहौर की ओर मोड़ दिया गया.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2023/11/22/988d882836613cd23d3636e364c094fb6185f.png?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
यह ट्रेन 1 सितंबर, 1928 को मुंबई के बैलार्ड पियर स्टेशन से दिल्ली, बठिंडा, फिरोजपुर और लाहौर होते हुए पेशावर (अब पाकिस्तान में) तक शुरू हुई थी, लेकिन मार्च 1930 में इसे सहारनपुर, अंबाला, अमृतसर और लाहौर की ओर मोड़ दिया गया.
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![इसमें पहले बर्फ की सिल्लियों का इस्तेमाल करके बोगी को ठंडा रखने का काम नहीं किया जाता था.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2023/11/22/92f32f93b7717e021775a7f9d5b45a26958ee.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
इसमें पहले बर्फ की सिल्लियों का इस्तेमाल करके बोगी को ठंडा रखने का काम नहीं किया जाता था.
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![लेकिन बाद इसमें एसी वाला सिस्टम जोड़ दिया गया. इस ट्रेन का नाम फ्रंटियर मेल था, जो बाद यानी 1996 में गोल्डन टेम्पल मेल के नाम से संचालित की जाने लगी.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2023/11/22/47886e6da8b1da10949f68c18b1b9412f279e.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
लेकिन बाद इसमें एसी वाला सिस्टम जोड़ दिया गया. इस ट्रेन का नाम फ्रंटियर मेल था, जो बाद यानी 1996 में गोल्डन टेम्पल मेल के नाम से संचालित की जाने लगी.
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![फ्रंटियर मेल को ब्रिटीश काल की सबसे लग्जरी ट्रेनों में से एक कहा जाता था. पहले यह भाप से 60 किमी की रफ्तार से चलती थी, लेकिन अब इसे इलेक्ट्रिक से चलाया जाता है.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2023/11/22/6cc416147ded4f9daa68670af3851d2f18467.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
फ्रंटियर मेल को ब्रिटीश काल की सबसे लग्जरी ट्रेनों में से एक कहा जाता था. पहले यह भाप से 60 किमी की रफ्तार से चलती थी, लेकिन अब इसे इलेक्ट्रिक से चलाया जाता है.
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![टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, यह ट्रेन 1,893 किमी की दूरी तय करती है, 35 रेलवे स्टेशनों पर रुकती है और अपने 24 डिब्बों में लगभग 1,300 यात्रियों को ले जाती है. यह टेलीग्राम ले जाने और लेकर आने के लिए भी चलाई जाती थी. इस ट्रेन को करीब 95 साल हो चुके हैं.](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2023/11/22/d390c0ce3c829b0011fecff753294596a8f0b.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=720)
टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, यह ट्रेन 1,893 किमी की दूरी तय करती है, 35 रेलवे स्टेशनों पर रुकती है और अपने 24 डिब्बों में लगभग 1,300 यात्रियों को ले जाती है. यह टेलीग्राम ले जाने और लेकर आने के लिए भी चलाई जाती थी. इस ट्रेन को करीब 95 साल हो चुके हैं.
Published at : 22 Nov 2023 11:46 PM (IST)
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