IN PICS: पति के कहने पर जिस्म बेचकर घर चलाती हैं प्रेरणा समुदाय की महिलाएं
होरबाई कहती हैं कि अब उसे इन सबकी आदत हो गई है. पति की मौत के बाद होरबाई पर अपनी बेटियों को पढ़ाने की जिम्मेदारी है. जिस्म बेचकर वह उन्हें अच्छी शिक्षा देकर इस दलदल से निकालना चाहती है.
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View In Appहोरबाई की 12 साल की बेटी बड़े होकर जर्नलिस्ट और 10 साल की बेटी एक्टर बनना चाहती है. दोनों बेटियां को अपने Apne Aap Women Worldwide ऑर्गेनाइजेशन पढ़ाने में मदद कर रहा है. ये ऑर्गेनाइजेशन यौनकर्मियों के बच्चों को सशक्त करने के लिए काम करता है. ( IN PIC- Founder of Apne Aap- Ruchira Gupta) PC- David Goldman/ womenleadnepal.wordpress.com
होरबाई नाम की एक अन्य महिला के हालात भी रानी जैसे ही हैं. माता-पिता की मौत के बाद उसके अंकल ने उसकी शादी करा दी. होरबाई को पता है कि एक दिन हर लड़की को इन हालातों से गुजरना पड़ता है.
इलाके में रहनी वाली रानी की शादी 17 साल की उम्र में ही हो गई थी. रानी अपने ग्राहकों को ढूंढने के लिए सुबह घर से निकल जाती है. रानी पुलिस की नजरों से बचते हुए भीड़ में अपने ग्राहकों को ढूंढती है. रानी को डर है, वैश्यवृति गैरकानूनी है इसलिए नहीं बल्कि उसे डर है कि कहीं पुलिसवालें उसकी कमाई उससे छीन न ले और उसे फ्री में सर्विस देने के लिए न कहें.
एक रात में पांच ग्राहक मिलना उसके लिए एक अच्छा दिन साबित होता है. रानी सुबह 7 बजे घर पहुंचकर अपने पति और छह बच्चों के लिए ब्रेकफास्ट, लंच और डीनर बनाती है. इसके बाद रानी फिर से वही काम करने में जुट जाती है.
दिल्ली के बाहरी इलाके धर्मपुर में स्थित प्रेरणा समुदाय की महिलाओं की ज़िन्दगी उनके लिए आसान नहीं है. यहां की ज्यादातर महिलाएं वेश्यावृत्ति से घर चलाती हैं और लोगों को उनके इस काम से कोई परेशानी भी नहीं है. कई महिलाएं तो अपने पति के कहने पर ये काम करती हैं.
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