Digital Rupee के आखिर क्या हैं फायदे | FYI
एपिसोड डिस्क्रिप्शन
जितना एक लड़का एक लड़की को समझता है, "अरे वो चीज़ उधर रखी है", जितना मम्मी की इस बात को समझते हैं बस उतना ही हम नए नवेले डिजिटल रुपया को समझते है। तो ज़रा ज्ञान के कान खोलिये और सुनिए सीनियर इकोनॉमिस्ट आकाश जिंदल को।
हेलो मैं मानसी हूँ आपके साथ लेकर FYI on ABP LIVE PODCASTS.
फाइनेंस मिनिस्टर निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) ने फरवरी में अपने बजट भाषण में डिजिटल करेंसी लाने की बात की थी. और हाल ही में डिजिटल रुपी का पायलट प्रोजेक्ट लॉन्च किया है रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया ने। डिजिटल रुपये का इस्तेमाल फिलहाल केवल थोक लेन-देन के लिए होगा। आरबीआई का कहना है कि पायलट प्रोजेक्ट में भागीदारी के लिए नौ बैंकों की पहचान की गई है. इनमें भारतीय स्टेट बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, यूनियन बैंक,एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, यस बैंक, आईडीएफसी फर्स्ट बैंक HSBC बैंक शामिल हैं.
वैसे आपको बता दूँ कि डिजिटल करेंसी में कई कन्ट्रीज इंटरेस्ट रखती हैं . मगर केवल कुछ ही देश अपनी डिजिटल करेंसी को डेवेलोप करने के पायलट चरण से आगे बढ़ने में कामयाब रहे हैं.
तो आखिर क्या है ये डिजिटल रुपया? कैसे होगा इसका इस्तेमाल ? क्या हैं इसके फायदे ? क्रिप्टोकरेन्सी से कैसे हैं ये अलग ? I know बहुत सारे सवाल हैं जिनका एक एक करके जवाब जानते हैं। सीनियर इकोनॉमिस्ट आकाश जिंदल से ABP LIVE PODCAST पर