Monkeypox | Corona गया नहीं कि आ गई नई बीमारी, बदन पर पड़ते हैं छाले, फैलती है करीबी शारीरिक संबंध से | FYI | Ep. 246
एपिसोड डिस्क्रिप्शन
Introduction:
Time: 0.10 - 0.31
आए दिन नया ड्रामा, नई बीमारी या नया गाना। अब क्या नया है? नई बीमारी - Monkeypox. आपने अभी तक Monkeypox की इस बीमारी का नाम तो सुन ही लिया होगा। तो आज हम इस podcast पर आपको बताएंगे कि क्या है Monkeypox और क्या हमें इस बीमारी से डरने की ज़रूरत है?
Body:
Time: 0.34 - 6.20
नमस्कार आदाब सत्श्रीअकाल,
मैं हूँ Sahiba Khan और आप सुन रहे हैं आपका favourite podcast - FYI, सिर्फ ABP Live Podcasts पर।
दुनिया में कोरोना महामारी (Corona Pendamic) का खतरा खत्म नहीं हुआ था के इस बीच मंकीपॉक्स वायरस (Monkeypox Virus) ने दस्तक देदी है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार अब तक 92 मंकीपॉक्स के मामले 12 देशों में दर्ज हो चुके हैं वहीं 28 मामले संदिग्ध हैं यानी कि confirmed नहीं हैं। WHO ने सभी देशों को सतर्क रहने की सूचना दी है और इस बात की आशंका जताई है कि मंकीपॉक्स के मामले दुनिया के अन्य देशों में भी तेज़ी से फैल सकते हैं। इस बीच आम लोगों के लिए मंकीपॉक्स नाम काफी नया होगा और इस बीमारी में क्या असर होता है मनुष्य पर?
इसकी जानकारी देते हुए वॉक हार्ट हॉस्पिटल के डाक्टर बेहराम पारदीवाला जो की MD हैं इंटरनल मेडिसिन के, उन्होंने बताया के यह बीमारी नज़दीकी संपर्क बनाने से होती हैं। डॉक्टर ने जानकारी देते हुए कहा के मंकीपॉक्स आम पॉक्स की बीमारी की तरह ही है। जैसे की पॉक्स की बीमारी के वक्त शरीर पर दाने आ जाते हैं और फिर दानों में पानी भर जाता और फिर वह सूख जाते हैं। यह करीब तीन हफ्ते में ठीक हो जाता हैं
मगर कहाँ से हुई इस बीमारी की शुरुआत?
तो इसकी शुरुआत चूहों से हुई है। चूहों के काटने से यह फैलता है। हालांकि बंदर और इंसानों में इसके फैलने का दूसरा माध्यम हैं। इसलिए अब तक दुनिया में 92 मामले दर्ज हो चुके हैं।
तो कैसे फैलता है मंकीपॉक्स?
जब कोई मरीज़ खांसता हैं या फिर किसी ने मरीज़ के साथ नज़दीकी संबंध बनाए हैं तो यह जल्दी फैलता है। ब्रिटेन में कहा गया है के जब कोई मर्द किसी दूसरे मर्द के साथ संभोग करता है तब यह बीमारी अधिक फैलती है, हालांकि इस बात में कितनी सच्चाई है यह अब तक पता नहीं। इसके अलावा इसके लक्षण इतने गंभीर नहीं है लेकिन यह जल्द फैल सकता है। अब दुनिया में जब से कोरोना के मामले कम होते जा रहे है, बाहर जाने वाले और travel करने वाले लोगों की भीड़ बढ़ती जा रही है। इसलिए इस बीमारी के फैलने की आशंका अधिक है और इसलिए WHO गंभीरता से देशों को सतर्कता बरतने के लिए कह रहा है.
तो क्या कहना है WHO का इस पर?
पहली बात तो Andy Seale, WHO में एचआईवी, हेपेटाइटिस और Sexually Transmitted Infections यानी कि यौन संचारित संक्रमण programme के सलाहकार हैं, उन्होंने पहले ही कह दिया है कि भले ही मामले उन आदमियों में ज़्यादा पाए जा रह हैं जो आदमियों के साथ शारीरिक सम्बन्ध बनाते हैं, मगर इसका ये मतलब नहीं कि बीमारी gay समुदाय में हो रही है। आगे उन्होंने कहा कि ये बीमारी किसी को भी हो सकती है। WHO का कहना है कि बीमारी सामान्य है लेकिन हल्के में ना लें, सावधानी बरतें
यह बीमारी कोरोना की तरह फेफड़ों में ज्यादा असर नहीं करती है लेकिन इलाज नहीं किया तो खतरा बढ़ सकता है. Monkeypox एक ऐसी बीमारी है जिसमें आप मरीज़ को देख कर समझ जायेंगे के वह मंकीपॉक्स बीमारी से गुज़र रहा है लेकिन बीमारी की पुष्टि करने के लिए ब्लड टेस्ट जरूरी होगा। डॉक्टर बेहराम पारदीवाला ने लोगों से अपील कर कहा कि वह मास्क जरूर लगाएं और अपनी सुरक्षा की जिम्मेदारी खुद उठाएं।
क्या है मुंबई की तैयारी?
मुंबई शहर जहां दुनिया भर के यात्री आते हैं वहां भी मंकीपॉक्स वायरस से बचने के लिए निर्देश जारी कर दिए गए हैं. मुंबई महानगर पालिका ने सतर्कता बरतने के लिए 23 मई को निर्देश जारी किए हैं।
BMC ने स्पष्ट किया है कि अब तक मुंबई में मंकीपॉक्स का एक भी मामला दर्ज नहीं हुआ है।
एयरपोर्ट पर एंडेमिक और नॉन एंडेमिक देशों से यात्रियों की जांच हो रही है।
संदिग्ध मामलों के लिए मुंबई के कस्तूरबा अस्पताल में एक अलग वार्ड बनाया गया है जहां 28 बेड रखे गए हैं।
संदिग्ध मामलों के सैंपल NIV पुणे में भेजे जाएंगे।
सारे स्वास्थ्य विभागों को सूचित किया गया है के अगर एक भी संदिग्ध मामला मिलता है तो उन्हें कस्तूरबा अस्पताल में भेजा जाए।
राज्य स्वास्थ्य विभाग के द्वारा जारी किए गए निर्देश क्या है?
फिलहाल भारत में मंकीपॉक्स का एक भी मामला सामने नहीं आया है लेकिन अन्य देशों में मामलों को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग ने सभी राज्यों को सतर्क रहने का निर्देश दिया हैं।
इस निर्देश के बाद राज्य स्वास्थ्य विभाग ने मंकीपॉक्स को लेकर advisory भी जारी की हैं।
उन सभी संदिग्ध मरीजों पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी जिन्होंने प्रभावित देशों की यात्रा बीते 21 दिनों में की है।
इन संदिग्ध मरीजों की सूचना स्थानीय ज़िला अधिकारी से लेकर स्वास्थ्य विभाग को तुरंत देने के निर्देश दिए गए हैं।
ऐसे मरीजों का इलाज करते समय सभी संक्रमण नियंत्रण तरीकों का पालन किया जाना चाहिए।
रिपोर्ट अगर पॉजिटिव आती है तो कांटेक्ट ट्रेसिंग शुरू की जाएगी।
संदिग्ध मरीजों के रक्त थूक और नमूने परीक्षण के लिए एनआईवी पुणे में भेजे जाएंगे। पिछले 21 दिन में मरीज के संपर्क में आए लोगों की तुरंत पहचान करनी होगी और उन्हें आइसोलेट करना होगा।
संदिग्ध मरीजों के सभी घाव भर नहीं जाते और त्वचा की एक नई परत नहीं बन जाती है तब तक आइसोलेशन समाप्त नहीं कर सकते हैं और तब तक quarantine में ही रहना होगा।
Conclusion:
Time: 6.24-7.00
Time: तो दोस्तों ये थी एकदम ज़रूरी जानकारी जो आपको Monkeypox पर होनी चाहिए। आशा करती हूँ कि आप भी अपना ख़याल रख रहे होंगे। Mask लगाना न छोड़ें, सतर्क रहे और authorities को ज़रूर बताएं अगर लग रहा है कि आपको या किसी और को Monkeypox की बीमारी हो सकती है। फ़िलहाल मैं चलती हूँ। आप से गले FYI में मुलाक़ात होगी ,तब तक के लिए अपना ख्याल रखें और सुनते रहे FYI , सिर्फ और सिर्फ ABP Live Podcasts पर।
Host and Producer: @jhansiserani
Sound designer: @lalit1121992