Eknath Shinde Live: विधायकों की बगावत के बाद खतरे में उद्धव सरकार! एक्शन में BJP, अमित शाह से मिलने पहुंचे जेपी नड्डा | खबर दिन भर | June 21, 2022
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घमासान news सामने आ रही है। World Music Day पर लग रहा है कि महाराष्ट्र में Shiv Sena का band बजने की तैयारी चल रही है। जी हाँ महाराष्ट्र में विधायकों की बड़ी बगावत और राज्य के मंत्री एकनाथ शिंदे के सूरत पहुंचने के बाद उद्धव सरकार पर खतरा मंडरा रहा है.
एमएलसी चुनाव में क्रॉस वोटिंग की खबरों के बाद महाराष्ट्र सरकार में मंत्री एकनाथ शिंदे के 34 विधायकों के साथ सूरत जाने से राज्य सरकार पर खतरे का बादल मंडरा रहा है. वहीं दूसरी तरफ सूत्रों के मुताबिक, शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे अब शिवसेना के बड़े नेताओं के साथ बातचीत करने को तैयार हैं और सूरत में मिलने के लिए तैयार हैं.मैं आपको इस बड़ी खबर की पल-पल की खबर देती रहूंगी लेकिन शर्त ये है कि हमारे साथ बने रहना पड़ेगा। अब महाराष्ट्र की सबसे बड़ी पार्टी में इतनी बड़ी हलचल हो और BJP हाथ-पे-हाथ धरे बैठी रहे ऐसा तो नहीं हो सकता। तो जी इसी बीच, बीजेपी भी एक्शन में आ गई है. बीजेपी अध्य़क्ष जेपी नड्डा केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिलने उनके आवास पर पहुंचे हैं. उधर, देवेन्द्र फडणवीस भी महाराष्ट्र से नई दिल्ली के लिए रवाना हो गए हैं.
दरअसल एकनाथ शिंदे चल रहे हैं शिवसेना से नाराज़। थोड़ा इस मामले को भी समझते हैं
राज्यसभा चुनाव और फिर विधान परिषद चुनाव में मिली शिकस्त के बाद ही शिवसेना नेता और राज्य सरकार में मंत्री एकनाथ शिंदे नाराज बताए जा रहे हैं. दावा है कि वह गुजरात स्थित सूरत के एक होटल में ठहरे हुए हैं और उनके साथ कई विधायक भी हैं. इस बीच सवाल उठ रहे हैं कि आखिर एकाएक ऐसा क्या हुआ कि एकनाथ शिंदे, पार्टी और सरकार से नाराज हो गए हैं. आइए हम उन चार वजहों को बताते हैं जिनकी वजह से शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे नाराज बताए जा रहे हैं.
साल 2019 में जब नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस के सहयोग से शिवसेना की अगुवाई में एमवीए सरकार का गठन हुआ तो कई अहम मंत्रालय एनसीपी के खाते में चले गए.
दावा यह किया जा रहा है कि क्षेत्र में विकास के लिए जब शिवसेना के नेता फंड मांगते थे तो उन्हें वहां से भी निराशा हाथ लगती थी.
सूत्रों का दावा है कि एकनाथ शिंदे जिस मंत्रालय के मुखिया है, उसमें सीएम उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे का दखल बढ़ गया था. एकनाथ शिंदे, महाराष्ट्र सरकार में नगर विकास मंत्री हैं.
दावा यह भी किया जा रहा है कि सरकार में आदित्य का कद बढ़ाने के लिए एकनाथ शिंदे को दरकिनार किया जा रहा था.
उद्धव की बैठक के बीच संजय राउत बोले- महाराष्ट्र, राजस्थान या मध्य प्रदेश से बहुत अलग है
वहीं महाराष्ट्र में राजनीतिक संकट के बीच सीएम उद्धव ठाकरे, आधिकारिक आवास वर्षा में बैठक करने वाले हैं. माना जा रहा है कि इस बैठक में मौजूदा स्थिति पर चर्चा की जा सकती है. दूसरी ओर एकनाथ शिंदे समेत करीब 34 विधायकों के महाराष्ट्र से बाहर जाने के दावों पर शिवसेना नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने दावा किया कि शिवसेना के कुछ विधायक और एकनाथ शिंदे से फिलहाल संपर्क नहीं हो पा रहा है. महाविकास अघाड़ी की सरकार को गिराने की कोशिश की जा रही है लेकिन BJP को यह याद रखना होगा कि महाराष्ट्र, राजस्थान या मध्य प्रदेश से बहुत अलग है.
राज्यसभा सांसद ने कहा कि मैंने सुना है कि हमारे विधायक गुजरात राज्य के सूरत में हैं और उन्हें जाने नहीं दिया जा रहा है लेकिन, वे निश्चित रूप से लौटेंगे क्योंकि ये सभी शिवसेना को समर्पित हैं. मुझे विश्वास है कि हमारे सभी विधायक लौट आएंगे और सब ठीक हो जाएगा.
एकनाथ शिंदे पर भी बोली बीजेपी
एकनाथ शिंदे की नाराजगी से राज्य में पैदा हुए राजनीतिक संकट पर बीजेपी ने सधी हुई प्रतिक्रिया दी है. महाराष्ट्र भाजपा प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत दादा पाटिल ने कहा कि राजनीतिक घटनाक्रम पर हम बारीकी से ध्यान बनाए हुए हैं. इससे कुछ परिवर्तन होगा ये कहना थोड़ा असामयिक होगा.
शिवसेना नेता संजय राउत पर आरोप लगाते हुए पाटिल ने कहा- संजय राउत के भड़काऊ भाषणों से ही उनकी पार्टी में समस्या हुई है. लोग इसको बर्दाश्त नहीं करेंगे इसका उदाहरण एकनाथ शिंदे की बगावत है.