ख़बर दिन भर | रोहिंग्या को फ़्लैट पर दिल्ली और केंद्र में बहस, विनोद कांबली की आर्थिक स्थिति ख़राब | August 18, 2022
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उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बुधवार को दावा किया कि केंद्र सरकार ने दिल्ली बक्करवाला में,फ्लैटों में रोहिंग्याओं को स्थायी रूप से बसाने का खाका तैयार किया है। मनीष सिसोदिया ने केंद्र पर मुद्दे पर यू-टर्न लेने औ दिल्ली सरकार पर आरोप लगाने का आरोप लगाया।
मनीष सिसोदिया ने कहा, केंद्र सरकार ने दिल्ली की चुनी हुई सरकार और सीएम को दरकिनार कर दिल्ली में रोहिंग्याओं को स्थायी रूप से बसाने के लिए उपराज्यपाल के साथ साजिश रची थी। इस मुद्दे पर फाइल स्पष्ट रूप से दिखाती है कि कैसे अधिकारियों को एलजी को फाइल भेजने का निर्देश दिया गया था। दिल्ली की चुनी हुई सरकार को दरकिनार करते हुए केंद्र ने विशेष रूप से दिल्ली सरकार, दिल्ली पुलिस के अधिकारियों को सीएम और मंत्रियों को अंधेरे में रखने और रोहिंग्याओं को उनकी पीठ पीछे दिल्ली में बसाने का निर्देश दिया।
भारत के पूर्व क्रिकेटर विनोद कांबली ने कहा है कि वह भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड से अपनी पेंशन से परे आय के अतिरिक्त स्रोत की तलाश कर रहे हैं। कांबली, जो आखिरी बार 2019 टी 20 मुंबई लीग के कोच के रूप में खेल में शामिल थे, ने महामारी के बाद वित्तीय संकट से जूझ रहे हैं और काफी हद तक 30,000 रुपए की अपनी BCCI पेंशन पर निर्भर हैं। 50 वर्षीय ने यहां तक कहा है कि उनके बचपन के दोस्त और भारत के पूर्व साथी भी उनकी स्थिति से अवगत हैं।
स्वास्थ्य प्रभाव संस्थान (HEI)के स्टेट ऑफ ग्लोबल एयर द्वारा जारी एक नई रिपोर्ट, के अनुसार, औसत वार्षिक जनसंख्या पर आधारित पीएम 2.5 जोखिम के मामले में दिल्ली और कोलकाता दुनिया के दो सबसे प्रदूषित शहर हैं।
मुंबई 14वें स्थान पर है। शीर्ष 20 में कोई अन्य भारतीय शहर शामिल नहीं है हालांकि, पीएम 2.5 से संबंधित बीमारी से सबसे अधिक मामले में, प्रति 100,000 लोगों पर 124 जिम्मेदार मौतों के साथ बीजिंग, सबसे खराब था। प्रति 100,000 में 106 मौतों के साथ दिल्ली 6 वें स्थान पर और 99 मौतों के साथ कोलकाता 8 वें स्थान पर था। शीर्ष 20 में पांच चीनी शहर थे।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने गुरुवार को एक कोविड चेतावनी दी, जिसमें कहा गया था कि आने वाले महीनों में वायरस के संचरण और अस्पताल में भर्ती होने के जोखिम फिर से बढ़ने की संभावना है।जैसे-जैसे ठंड का मौसम आएगा, लोग घर के अंदर अधिक समय बिता रहे होंगे और इसके साथ ही तीव्र संचरण और अस्पताल में भर्ती होने की संख्या भी बढ़ेगी।
काबुल में बुधवार को शाम की नमाज के दौरान एक मस्जिद में एक बड़ा विस्फोट हुआ, जिसमें कई लोगों के मारे जाने या घायल होने की आशंका है।
पुलिस ने कहा कि कई हताहत हुए थे लेकिन यह नहीं बताया कि कितने थे। तालिबान के एक खुफिया अधिकारी ने रॉयटर्स को बताया कि 35 लोग घायल हो सकते हैं या मारे जा सकते हैं और यह संख्या और बढ़ सकती है। प्रत्यक्षदर्शियों ने रॉयटर्स को बताया कि उत्तरी काबुल के पड़ोस में शक्तिशाली विस्फोट की आवाज सुनी गई, जिससे पास की इमारतों की खिड़कियां टूट गईं।
तो ये थीं आज की बड़ी ख़बरें। मैं हूँ मंगलम् भारत। बने रहिए ABP न्यूज़ पर सभी लेटेस्ट ख़बरों और टॉप हेडलाइंस के लिए।