ख़बर दिन भर | ग़ुलाम नबी कांग्रेस से हुए आज़ाद पार्टी की सारी सदस्यता से दिया इस्तीफ़ा | August 26, 2022
एपिसोड डिस्क्रिप्शन
नमस्कार! आज का दिन है शुक्रवार, हफ़्ते का आख़िरी दिन। आप सुन रहे हैं ख़बर दिन भर और ये हैं आज की बड़ी ख़बरें!
आज की आग लगाऊ ख़बर ये है ग़ुलाम नबी आज़ाद कांग्रेस से आज़ाद हो गए हैं। पार्टी की सारी सदस्यताओं से मुक्त हो गए आज़ाद साहब ने 5 पन्नों का बड़ा सा ख़त लिखा और अपना सारा दुखड़ा रो दिया। गुलाम नबी आज़ाद ने लिखा, “बड़े खेद और भावुक हृदय के साथ मैंने राष्ट्रीय कांग्रेस से अपना आधा शताब्दी पुराना नाता तोड़ने का फ़ैसला किया है।“ और ऐसा नहीं है कि कांग्रेस के घर में बवाल केवल आज हुआ है। कुछ दिन पहले ही आनंद शर्मा ने हिमाचल प्रदेश के अध्यक्ष पद से इस्तीफ़ा दिया और उसके कुछ दिन पहले गुलाम नबी आज़ाद ने जम्मू एवं कश्मीर प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफ़ा दिया था।
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया आज अपने रंग में आ गए। दिल्ली की विधानसभा में कैलाश गहलोत के समर्थन में उतरे सिसोदिया ने आबकारी नीति पर बीजेपी के सारे आरोपों को फ़र्ज़ी बोल दिया। सिसोदिया ने कहा, सीबीआई ने 14 घंटे तक मेरे घर में रेड की, लेकिन एक पैसे की बेईमानी का सबूत नहीं मिला। सचिवालय दफ़्तर में भी रेड हुई। कुछ सरकारी फ़ाइलें, कंप्यूटर, मोबाइल ले गए। मेरा पर्सनल फ़ोन तक मेरे पास नहीं है।
बहरहाल, दिल्ली में ये सब होना तो आम बात है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को आज तगड़ी राहत मिली है। 2007 में उन पर एक भड़काऊ भाषण देने का केस दर्ज हुआ था। 2017 में पहले राज्य सरकार ने इस केस में चलाने की अनुमति देने से मना कर दिया। उस समय सरकार ने कहा कि इस केस में पेश किए सबूत नाकाफ़ी हैं, जिसको बाद में इलाहाबाद हाइकोर्ट ने भी सही ठहराया। साल 2022 में सुप्रीम कोर्ट की बेंच जिसमें प्रधान न्यायाधीश एनवी रमना, जस्टिस हिमा कोहली और जस्टिस सीटी रविकुमार की पीठ ने आज शुक्रवार को योगी जी को पूरी तरह से राहत दे दी है।
फ़्री शब्द में जान बहुत है। जहाँ बोलो फ़्री, फ़्री, फ़्री, पूरी जनता ग़ौर से देखने लगती है। फ़्री योजनाओं का ये वादा जनता को तो ख़ूब लुभाता है, लेकिन बीजेपी के नेता अश्विनी उपाध्याय इसे लेकर सुप्रीम कोर्ट चले गए हैं। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से गुहार लगाई कि पार्टियों द्वारा की गई ये फ़्रीबीज़ तो जनता को रिश्वत देने जैसी चीज़ें हैं। इससे न केवल दूसरे प्रत्याशियों को नुकसान पहुँचता है, बल्कि चुनाव के बाद सरकारी ख़ज़ाने पर इस कारण बोझ भी बढ़ता है। इस पर सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले को 3 सदस्यीय बेंच को भेज दिया है। अगर इसमें कुछ ऐसा फ़ैसला आता है कि पार्टियाँ फ़्रीबीज़ न बाँट पाएँ, तो जहाँ अभी तक धारा 123 के तहत चुनाव आयोग केवल उम्मीदवारों पर पैसे, शराब या दूसरी चीज़ें बाँटने पर कार्रवाई करता था, अब पार्टियाँ भी इसके अन्तर्गत आ जाएँगी।
अब अंतिम ख़बर सेंसेक्स और निफ़्टी की। 59 पॉइंट चढ़कर आज सेंसेक्स 58,834 पर बन्द हुआ और निफ़्टी 36 पॉइंट 17,559 पर बन्द हुआ। अगले दो दिन शेयर बाज़ार बन्द रहने वाला है। सोमवार को खुलेगा। तब तक के लिए अपने शेयर छोड़िये और वीकेंड एंजॉय कीजिए।
तो ये थीं आज की बड़ी ख़बरें। मैं हूँ मंगलम् भारत। सुनते रहें ABP Live Podcast।