क्या 'भारत जोड़ो यात्रा' से राहुल गाँधी और कांग्रेस को फ़ायदा होगा? बता रहे हैं वरिष्ठ पत्रकार विजय विद्रोही
एपिसोड डिस्क्रिप्शन
राहुल गाँधी 7 सितम्बर 2022 से 148 दिनों की 'भारत जोड़ो यात्रा' करने जा रहे हैं। कांग्रेस इस यात्रा में हर दिन 3 घंटे सुबह और 3 घंटे शाम को जनता से बातचीत करेंगे। बोलेंगे कम, सुनेंगे ज़्यादा। इस दौरान पार्टी का घोषणापत्र तैयार होगा, उसके साथ भी और एक छवि के लिहाज़ से राहुल गाँधी चीज़ें बदलने की कोशिश करेंगे। जब जब नेताओं ने पदयात्राएँ की हैं, उससे उनकी ख़ुद की छवि बढ़िया हुई है, साथ ही पार्टी को फ़ायदा हुआ है। नेता चंद्रशेखर की यात्रा की बात करें या विनोबा भावे की भूदान यात्रा की, 1990 में लालकृष्ण आडवाणी की रथ यात्रा, राजनेताओं को इन यात्राओं फ़ायदा मिलता रहा है। जब भी राजनेता ख़ुद को दिशाहीन महसूस करते हैं, तो वो कई बार पदयात्रा पर निकल जाते हैं, जहाँ वो जनता से संवाद करते हैं और अपने अगले राजनीतिक कदम को रखने की कोशिश करते हैं और सियासी फ़ायदा निकालते हैं। इस यात्रा में गुजरात को शामिल नहीं किया गया है। कुछ लोग कह रहे राहुल गाँधी को हिमाचल और गुजरात की पदयात्रा करनी चाहिए थी।
इस यात्रा में उनके साथ दूसरी पार्टियों के कौन लोग शामिल होते हैं, टेलीविज़न कितनी कवरेज देते हैं, ये सब देखना दिलचस्प होगा।