लोगों की नौकरियाँ Temporary हैं, मगर गोभी Permanent है | Open Letter
एपिसोड डिस्क्रिप्शन
सर्दियों और गोभी का सम्बन्ध घने कोहरे से भी गहरा है और इसीलिए आज का ओपन लेटर गोभी के नाम लेकर के आ गयी हूँ सिर्फ abp live Podcasts पर ,
Dear गोभी,
विष्णु जी के भी २४ अवतार हैं लेकिन तुम्हारे ? - आलू गोभी , मटर गोभी , गोभी मंचूरियन , गोभी पकोड़ा , गोभी पराठे , भरवां गोभी , हनी गोभी , चीज़ कॉलीफ्लॉवर, आलू गोभी पुलाओ, गोभी शेज़वान , पुदीना गोभी और ये गोभी अवतारों की लिस्ट है की ख़तम ही नहीं होती !
आजकल लोगों की नौकरी से ज़्यादा तुम परमानेंट दिख रही हो जो रोज़ सुबह दोपहर शाम खाने को मिल रही हो ! बीते कुछ दिनों में मुझे एहसास हुआ की एक्चुअली इतना तो मैंने अपने मम्मी पापा टीचर्स से दांत नहीं खायी जितना ये रोज़ गोभी खायी है ! गोभी का प्रोडक्शन एंड सेल आजकल इतना ज़्यादा है की मुझे लगता है गोभी अकेले ही देश की जीडीपी बढ़ा देगी ! आजकल गोभी की पॉपुलैरिटी देखके लगता है बाकी सब्ज़ियों को गोभी तोड़ो यात्रा निकालनी चाहिए ! इतना इस्तेमाल तो हम office में intern का नहीं करते जितना आजकल गोभी का करते हैं ! गोभी बस एक कदम दूर है आलू से राष्ट्रीय सब्ज़ी का खिताब छीनने के लिए !
somehow, गोभी इंस्पिरेशन है , अगर अब मुझसे कोई पूछे की तुम्हें कैसा लड़का चाहिए , तो मेरा जवाब हाँ सही सोचे , गोभी जैसा , लगके एक सीजन तो कितना अच्छे से टिकती है। अपने बच्चों को भी बोलूंगी बेटा गोभी जैसे बनो , अडजस्टिंग टाइप्स। इतना अवेलेबल नहीं होना चाहिए। वैसे गोभी अकेले नहीं है इस रेस मे। पीछे १८० कम की रफ़्तार से मटर भी आ रही है। आपके घर में ये रेस गोभी जीत रहा है या मटर हमें ज़रूर बताइये ! सुनिए Open Letter मानसी के साथ सिर्फ Abp Live Podcasts पर