Mummy Vs Tolerance : International Day of Tolerance | Open Letter
एपिसोड डिस्क्रिप्शन
आज है International Day of Tolerance. वैसे तो Intolerance शब्द हमारे देश में बड़ा पॉपुलर है लेकिन नो पोलिटिकल टॉक्स। आज का Open Letter लेकर आयी हूँ Tolerance के नाम जिसे पूरी Respect के साथ किसी के पास जाने की ज़रूरत है ,
हेलो जी , मैं मानसी हूँ आपके साथ ABP LIVE PODCASTS पर
माँ, वैसे तो इनके अंदर इतना पेशेंस है की दुनिया के ताने, घरवालों का बुरा बर्ताव, भेदभाव, अपने सपनों की क़ुरबानी सब सहती हैं लेकिन, इनके एक बार कहने के बाद हमारा रस्सी पर से कपड़े पंद्रह मिनट की देरी से लाना माँ से सहन नहीं हो पाता। ऐसा मेजोरिटी ऑफ़ मम्मियों के साथ है की उन्होंने जो काम करने को बोला , उसे तुरंत करो, अरे १० मिनट की देरी से करने में कौनसा वो रस्सी कपड़ों को निगल जाएगी या हवा उड़ा ले जाएगी ?
सर्दियां आ गयी हैं , और आज इंटरनेशनल टॉलरेंस डे मम्मियों को याद दिलाने के लिए आया है की तुम्हारा लाडला सर्दियों में १० दिन नहीं नहायेगा तो सहनशीलता बनाये रखियेगा और राशन में उसके लिए डिओडरंट का अलग से बजट बना लीजियेगा।
टॉलरेंस तुम उस वक़्त तो माँ के साथ ज़रूर रहना जब कामवाली के झाड़ू पोछा करने के बाद घर के किसी कोने में १ मिलीमीटर धूल मम्मी ने स्कैन करके ढूंढ निकाली हो। सुनिए पूरा Open Letter ABP LIVE PODCASTS पर