एक ऐसी कहानी जो दर्शकों को सोचने पर मजबूर कर देगी. 2008 में बनी फिल्म 'Naam' एक ऐसी ही कहानी पर है जो बहुत कुछ कहना चाहती है, पर कुछ भी समझा नहीं पाती, यह कहानी Ajay Devgn द्वारा निभाए गए ऐसे किरदार की है, जिसने गोलियां लगने के बाद भी चाबी नहीं छोड़ी. जैसे वह Singham Mode में हो, एक झटके में वह अपनी memory खो देता है, और फिल्म में scenes बदल जाते हैं. पहले Bhoomika Chawla के साथ, फिर अचानक Sameera Reddy के साथ, Sameera का किरदार एक सेकंड में अजय को पहचानने से इंकार कर देती हैं और अगले ही पल उनसे जुदा नहीं रह सकती. Director Anees Bazmee का यह project असल में उनकी और Ajay Devgn की भूल जैसा लगता है. अगर यह फिल्म खो जाए, तो शायद सिनेमा को राहत मिले, आपको यह कहानी कैसी लगी, हमें जरूर बताएं.