मास्को: स्पोर्ट्स प्रोडक्ट बनाने वाली कंपनी नाईकी ने अमेरिकी प्रतिबंध के कारण फीफा वर्ल्ड कप के ठीक पहले ईरान की फुटबाल टीम से करार तोड़ दिया है. करार टूटने की वजह से खिलाड़ियों को नए जूतों के साथ मैदान में उतरना होगा.
ईरान के खिलाड़ी नाईकी के जूते का इस्तेमाल करते हैं, पर अब जूता सप्लाई नहीं होने की वजह से खिलाड़ियों को वर्ल्ड कप में नए जूतों का इस्तेमाल करना होगा. ईएसपीएन की रिपोर्ट के मुताबिक नाईकी ने कहा कि वह इस एशियाई देश पर लगे आर्थिक प्रतिबंधों के कारण इस टूर्नामेंट के लिए जूते मुहैया नहीं करा पाएंगे.
नाईकी ने कहा, ''अमेरिकी प्रतिबंधों का मतबल है कि अमेरिका की कंपनी नाईकी ईरान की राष्ट्रीय टीम को जूते की आपूर्ति नहीं कर सकेगी.'' कंपनी ने हालांकि माना कि यह प्रतिबंध पहले से लगा है.
ईरान के फुटबाल महासंघ ने 2014 वर्ल्ड कप के दौरान प्रतिबंधों के बावजूद टीम को जूता सप्लाई करने वाली कंपनी के विश्व कप से ठीक पहले लिए गये इस फैसले पर फीफा से सफाई की मांग की है.
कंपनी के इस फैसले से गुस्साये ईरान के कोच कार्लोस क्विरोज ने कहा, ''खिलाड़ी अपनी स्पोर्ट्स प्रोडक्ट को लेकर ही प्रैक्टिस करते हैं और इतने बड़े टूर्नामेंट से एक सप्ताह पहले उसे बदलना सही नहीं है.'' ईरान ग्रुप बी में है जहां शुक्रवार को उसे मोरक्को के खिलाफ अपना पहला मैच खेलना है. इस ग्रुप में स्पेन और पुर्तगाल जैसी विश्व कप की दावेदार टीमें भी हैं.