ये कहानी आज आपको इसलिए बता रहा हूं क्योंकि आज दुनिया के सबसे बेहतरीन फुटबॉलर लियोनेल मेस्सी 33 साल के हो गए हैं. साल 2000 का सितंबर महीना, सिर्फ 13 साल की उम्र में अर्जेंटीना से बार्सिलोना के टैलेंट स्काउट्स एक खिलाड़ी को स्पेन लेकर आये थे.


लियोनेल मेस्सी ने ट्रायल में कोच समेत बार्सिलोना एकेडेमी की मैनेजमेंट को भी अपने स्किल और बॉल कंट्रोल से प्रभावित किया था. इसके बाद स्पेन से अर्जेंटीना के रोज़रिओ शहर वापस लौट गए मेस्सी. फुटबॉल के जादूगर तब सिर्फ 13 साल के थे. मेस्सी के पिता को क्लब की तरफ से कहा गया था कि आपको कॉन्ट्रैक्ट दिया जाएगा. लेकिन क्लब प्रेसिडेंट जोआन गस्पार्ट को लगा मेस्सी सिर्फ 13 साल के ही हैं और उनके साथ बाद में भी कॉन्ट्रैक्ट साइन किया जा सकती है. मेस्सी के पिता के दोस्त होरासिओ गग्गिओलि ने बार्सिलोना क्लब के प्रेसिडेंट को बताया कि बार्सिलोना अगर कॉन्ट्रैक्ट उन्हें नही देगा तो उन्हें रियल मेड्रिड में ट्रायल देने के लिए भी भेजा जाएगा.


इस घटना के तीन महीने बाद गग्गिओलि बार्सिलोना के टेक्निकल सेक्रेटरी कार्लोस रेजश के साथ टेनिस खेल रहे थे और टेनिस सेशन के बाद कॉफी पीते -पीते दोनो में बात हुई कि मेस्सी को बार्सिलोना कॉन्ट्रैक्ट साइन कराएगी. जोसेप मारिया मिनगेला नाम के एक फुटबॉल एजेंट भी वहां मौजूद था जो बार्सिलोना के टैलेंट स्काउट टीम को मेस्सी के बारे में सबसे पहले बताया था. गग्गिओलि और मिनगेला ने कार्लोस को बताया फिर देर किस बात की. उन्होंने कहा कि जल्दी कुछ दिनों के अंदर आप ये कॉन्ट्रैक्ट भेज दीजिये. लेकिन कार्लोस ने उन्हें सरप्राइज देते हुए एक पेपर नैपकिन उठा लिया, और उसमे लिखा, " बार्सिलोना में दिसंबर 14 को मिनगेला, होरासिओ गग्गिओलि और कार्लोस रेजश के मौजूदगी में ये निर्णय लिया जा रहा रहा है कि लियोनेल मेस्सी को बार्सिलोना में साइन कराया जाएगा जबतक वो तय हुए पैसे में खेलने के लिए राज़ी है". फिर तीनो ने मिलकर उस नैपकिन में साइन भी किया.


कुछ हफ्ते के बाद मेस्सी को बार्सिलोना की तरफ से कॉन्ट्रैक्ट पेपर मिला था. आपको बता देते है कि वो पेपर नैपकिन का क्या हुआ. होरासिओ गग्गिओलि अब अंडोरा में रहते है और फुटबॉल दुनिया के सबसे एतिहासिक 'कॉन्ट्रैक्ट पेपर को उन्होंने आज भी अंडोरा बैंक में संभालकर रखा है.