कोरोना की वजह से यूरोपियन फुटबॉल इंडस्ट्री को हो सकता है 60 हजार करोड़ रूपये का नुकसान
ला लिगा के अध्यक्ष जेवियर ने कहा है कि अगर कोरोना के चलते कुछ उपाय नहीं निकाला गया तो यूरोपियन फुटबॉल को 60 हजार करोड़ रूपये का नुकसान हो सकता है.
नई दिल्ली: कोरोना का प्रकोप पूरी दुनिया में तेजी से फैल रहा है. ऐसे में सभी जरूरी खेल टूर्नामेंट्स को रद्द कर दिया है. इसमें क्रिकेट, हॉकी, फुटबॉल और दूसरे अहम टूर्नामेंट्स शामिल है. इस पर ला लिगा के प्रेसिडेंट जेवियर तेबास ने कहा है कि, हम मई के बीच में टूर्नामेंट को शुरू कर सकते हैं. कोरोना की वजह से अब तक 30 लीग्स पर असर हुआ है जिसमें 30 कप टूर्नामेंट्स भी शामिल है.
जेवियर ने आगे कहा कि ला लिगा क्ल्ब्स को कुल 60 हजार करोड़ रुपये का नुकसान हो सकता है. ऐसे में फुटबॉल इंडस्ट्री भी खतरे में पड़ सकती है. जेवियर ने आगे कहा कि इन्हीं सब चीजों को देखते हुए हमें जल्द से जल्द कोई फैसला लेना होगा. जेवियर ने कहा कि हम इटालियन वन लीग्स के साथ काम कर रहे हैं जिसके 14 मैच अभी बाकी है तो वहीं दानिश वन के भी जिसके 15 मैच बाकी है.
वहीं इससे पहले फीफा के जरिए की गई कॉन्फ्रेंस कॉल के बाद जारी किए गए बयान के मुताबिक, "परिषद इस पर बात पर सर्वसम्मित से मान गई है कि कोपा अमेरिका और यूईएफए यूरो की नई तारीखें निकाली जाएं और फैसला किया है कि फीफा क्लब विश्व कप को बाद में आयोजित किया जाए."
साथ ही यह भी फैसला लिया गया है कि एक फीफा परिसंघ का वर्किं ग्रुप बनाया जाए जो मौजूदा स्थिति पर नजर रखेगा.
फीफा अध्यक्ष गियान इन्फैनटिनो ने कहा है, "यह अलग तरह की स्थिति है और इसमें अलग तरह के समाधान की जरूरत है. इस विपदा ने पूरे विश्व पर असर किया है और इसलिए स्थिति को देखना सभी हितधारकों के लिए जरूरी है.