डिविलियर्स ने युवा खिलाड़ियों को बताया कामयाबी का ये मंत्र
वनडे में सबसे तेज शतक और अर्धशतक का रिकार्ड अपने नाम करने वाले डिविलियर्स ने अपनी जिंदगी के फलसफे के बारे में बताया है.
नई दिल्ली: दक्षिण अफ्रीका के सबसे कामयाब क्रिकेटरों में से एक ए बी डिविलियर्स ने हाल ही में रिटायरमेंट का एलान करके पूरे क्रिकेट जगत को हैरान कर दिया था. संन्यास लेने बाद दिए गए इंटरव्यू में डिविलियर्स का कहना है कि युवा खिलाड़ियों को सफल होने के लिए सिर्फ अपने खेल पर कंसंट्रेट करने की जरूरत है.
उनका कहना है कि युवा खिलाड़ियों को सफल होने के लिए उन चीजों से दूर रहने की जरूरत है जो उन्हें आगे बढ़ने से रोक सकती हैं. डिविलियर्स ने कहा, "एक खिलाड़ी के जीवन में इस तरह की कई चीजें सामने आती हैं जो उसके ध्यान को भटका सकती हैं. जब आप शीर्ष पर पहुंच जाते हो तो हर कोई आपको पाना चाहता है."
वनडे में सबसे तेज शतक और अर्धशतक का रिकार्ड अपने नाम करने वाले डिविलियर्स ने अपनी जिंदगी के फलसफे के बारे में बताते हुए कहा, "अपने सपनों का पीछा करना, ईमानदारी से मेहनत करना, चाहे आप क्रिकेट के मैदान पर हों या घर पर और अपने आप पर विश्वास करना."
मौजूदा क्रिकेट के महान खिलाड़ियों में गिने जाने वाले डिविलियर्स ने 23 मई को अचानक से सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी कर अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी थी. 34 साल के डिविलियर्स ने उस समय कहा था कि यह उनके लिए संन्यास लेने का यह सही समय है.
डिविलियर्स ने युवा खिलाड़ियों को क्रिकेट सीख देते हुए कहा, "जब आप क्रिज पर कदम रखते हो और गार्ड लेते हो तो दो चीजें हमेशा अपने दिमाग में रखें- पहली चीज फील्डर की जगह ताकि आप गेंद को खाली जगह में खेल सकें, दूसरी वो जगह जहां आपको लगता है कि गेंदबाज गेंद फेंक सकता है."