टोक्यो ओलंपिक के गोल्डन बॉय नीरज चोपड़ा के पूर्व कोच और जेवलीन थ्रो में जर्मनी के महान खिलाड़ी उवे हान (Uwe Hohn) को उनके पद से बर्खास्त कर दिया गया है. एथलेटिक्स फेडरेशन ओफ इंडिया (एएफआई) के अध्यक्ष आदिल सुमरिवाला ने इस बात की जानकारी देते हुए कहा कि, फेडरेशन उनके प्रदर्शन से खुश नहीं हैं. हालांकि हान की बर्ख़ास्तगी को इस साल जून में दिए गए उनके बयान से जोड़ा जा रहा है. जर्मन कोच ने उस समय एएफआई और स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (SAI) कि सार्वजनिक तौर पर आलोचना की थी. एएफआई ने कहा है कि वो जल्द ही दो नए नेशनल कोचों की नियुक्ति करने जा रहा है.  


बता दे कि 2018 के एशियन गेम्स और कॉमनवेल्थ खेलों में नीरज ने गोल्ड मेडल जीता था. उस दौरान उवे हान ही उनके कोच थें. एएफआई ने 2017 में उवे हान की भारत के जेवलीन थ्रो के कोच के तौर पर नियुक्ति की थी. टोक्यो ओलंपिक के दौरान हान भारत की जेवलीन थ्रो टीम के नेशनल कोच थें. जबकि जर्मनी के ही बायोमैकेनिकल एक्‍सपर्ट क्लॉस बार्टोनीज ओलंपिक में नीरज के कोच थें. बार्टोनीज अपने पद पर बनें रहेंगे. 


एएफआई नहीं था उवे हान के काम से खुश 


एएफआई के अध्यक्ष आदिल सुमरिवाला ने बताया कि, "2 दिवसीय कार्यकारिणी परिषद की बैठक में कोच और खिलाड़ियों के प्रदर्शन का रिव्‍यू करने के बाद ये फैसला लिया गया है. उन्होंने बताया, "हम उवे हान को हटा रहे हैं. उनका प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा है. हम जल्द ही दो नए कोचों की नियुक्ति करेंगे." साथ ही उन्होंने कहा, "हमें जो करना चाहिए वो हम कर रहे हैं. जो लोग ऐसा सोचते हैं कि हम अपने प्रदर्शन की समीक्षा नहीं करते हैं या एक्शन नहीं लेते हैं, हम उन्हें बताना चाहते हैं कि ऐसा नहीं है."


एएफआई प्लानिंग कमीशन के अध्यक्ष ललित के भानोट ने बताया, "नीरज चोपड़ा, शिवपाल सिंह और अन्नु रानी उवे हान के साथ ट्रेनिंग नहीं करना चाहतें. टोक्यो में नीरज के कोच क्‍लॉस बार्टोनीज एक्‍सपर्ट के तौर पर कोच के पद पर बने रहेंगे. हमारी कोशिश है कि जल्द से जल्द एक विश्व स्तरीय कोच की नियुक्ति की जाए."


नीरज ने ओलंपिक गोल्ड जीतने के बाद की थी हान की तारीफ


टोक्‍यो ओलंपिक से पहले नीरज ने क्‍लॉस बार्टोनीज के साथ ट्रेनिंग की थी. हालांकि गोल्ड मेडल जीतने के बाद उन्होंने उवे हान की भी तारीफ की थी. नीरज ने कहा था, "मैंने कोच उवे के साथ जो भी समय बिताया, मेरा मानना है कि वो बेहद शानदार था और मैं उनका बहुत ज्यादा सम्‍मान करता हूं. जब वो मेरे कोच थे तब 2018 में मैंने कॉमनवेल्‍थ और एशियन गेम्‍स में गोल्‍ड जीता. हालांकि मुझे लगता है कि उवे की ट्रेनिंग स्‍टाइल और तकनीक मेरे हिसाब से थोड़ा अलग थी. क्‍लॉस बार्टोनीज के साथ ट्रेनिंग की तो मुझे लगा कि उनकी ट्रेनिंग का तरीका मेरे लिए बेहतर है."


बता दें कि, 59 साल के उवे हान दुनिया के इकलौते ऐसे एथलीट हैं जिन्होंने 100 मीटर से अधिक दूरी तक भाला फेंका था. उन्होंने 1984 में 104.80 मीटर की दूरी तक भाला फेंक ये कारनामा किया था. 


उवे हान ने जून में की थी SAI और एएफआई की आलोचना 


ओलंपिक से पहले जून में उवे हान ने SAI और एएफआई की खुलकर आलोचना की थी. उन्होंने कहा था, "जब मैं यहां कोच के तौर काम करने आया था तब मुझे लगा था कि मैं बहुत कुछ बदल दुंगा. हालांकि SAI और एएफआई के अधिकारियों के साथ काम करना आसान नहीं हैं. मुझे नहीं पता ये समझ की कमी के चलते हैं या ये लोग जानबूझकर ऐसा करते हैं. कैंप और प्रतियोगिता के अलावा, जब हम अपने न्यूट्रिशनिस्ट के जरिए हमारे खिलाड़ियों के लिए सप्‍लीमेंट्स मांगते थे, तब भी हमें सही सामान नहीं मिलता."


यह भी पढ़ें


IPL 2021: मुंबई इंडियंस के इस खिलाड़ी ने प्रैक्टिस सेशन में पकड़ा अविश्वसनीय कैच, यहां देखें वीडियो


'बुक लॉन्च इवेंट' में शामिल होने को लेकर सौरव गांगुली ने किया हेड कोच रवि शास्त्री का बचाव, कही ये बड़ी बात