(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
'आंदोलन करने वाले खिलाड़ियों पर हो देशद्रोह का मुकदमा', विनेश-बजरंग के कांग्रेस में शामिल होने पर बोले WFI अध्यक्ष
WFI President Sanjay Singh: विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया के कांग्रेस में शामिल होने पर भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष संजय सिंह का पहला रिएक्शन आया है. उन्होंने देशद्रोह का मुकदमा दर्ज करने को कहा है.
WFI President Sanjay Singh on Vinesh Phogat And Bajrang Punia: 2024 पेरिस ओलंपिक में 100 ग्राम वजन ज्यादा होने की वजह से डिसक्वालीफाई होने वाली विनेश फोगाट और ओलंपिक में मेडल जीत चुके स्टार पहलवान बजरंग पूनिया कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए हैं. अब इस पर भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के अध्यक्ष संजय सिंह का पहला रिएक्शन आया है. उन्होंने देशद्रोह का मुकदमा दर्ज करने को कहा है.
भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष संजय सिंह ने बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट के कांग्रेस में शामिल होने पर कहा कि आंदोलन करने वाले खिलाड़ियों पर देशद्रोह का मुकदमा हो. बता दें कि विनेश फोगाट आगामी हरियाणा विधानसभा चुनाव में जुलाना सीट से कांग्रेस प्रत्याशी हैं. वहीं बजरंग पूनिया को कांग्रेस ने किसान मोर्चा का चेयरमैन बनाया है. वह फिलहाल चुनाव नहीं लड़ेंगे.
फाइनल से पहले डिसक्वालीफाई हुईं थी विनेश
बता दें कि 2024 पेरिस ओलंपिक में विनेश फोगाट गोल्ड मेडल की प्रबल दावेदार थीं. हालांकि, फाइनल मुकाबले से पहले वह 100 ग्राम वजन ज्यादा होने की वजह से डिसक्वालीफाई हो गईं. इसके बाद विनेश ने सीएएस में सिल्वर मेडल की मांग की थी, लेकिन कोर्ट ने उनका केस खारिज कर दिया था.
इससे पहले डब्ल्यूएफआई प्रमुख संजय सिंह ने कहा था कि पहलवानों का विरोध ही मुख्य कारण है कि पेरिस ओलंपिक 2024 में भारतीय पहलवान पर्याप्त मेडल नहीं जीत सके. पेरिस ओलंपिक में भारत ने छह सदस्यीय दल भेजा था, लेकिन मात्र एक युवा पहलवान अमन सहरावत, जो पहली बार ओलंपिक के मंच पर थे, पोडियम पर रहे. अमन ने पुरुषों के 57 किग्रा वर्ग में ब्रॉन्ज मेडल जीता.
पिछले साल दिसंबर में डब्ल्यूएफआई प्रमुख का पदभार संभालने वाले संजय सिंह ने कहा था कि लगभग एक साल तक चले विरोध प्रदर्शनों से पैदा हुए तनाव के कारण पहलवानों को ओलंपिक की तैयारी के लिए पर्याप्त समय नहीं मिल सका. करीब 14-15 महीनों तक चले विरोध प्रदर्शनों के कारण कुश्ती पर खिलाड़ियों का ध्यान बहुत कम था, जिससे उनकी तैयारी भी काफी कम थी.