कराची: पाकिस्तान के स्टार गेंदबाज मोहम्मद आमिर के टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहने के बाद पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड सकते में है. मोहम्मद आमिर के सन्यास को देखते हुए पीसीबी ने अब सभी खिलाड़ियों के लिए घरेलू क्रिकेट में हिस्सा लेना अनिवार्य कर दिया है. रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा था कि टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने बाद ब्रिटेन में शिफ्ट हो सकते हैं.
27 साल की उम्र में ही आमिर ने टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह दिया है. शुक्रवार को संन्यास का एलान करते हुए पाकिस्तान के स्टार तेज गेंदबाज ने कहा था कि वह सिर्फ वनडे और ट्वेंटी-ट्वेंटी क्रिकेट पर फोकस करना चाहते हैं. इसके बाद आमिर के ब्रिटेन में शिफ्ट होने की खबरें सामने आईं. इन खबरों की मुख्य वजह उनकी पत्नी नरजिस के पास ब्रिटिश पासपोर्ट का होना थी.
वर्ल्ड कप में अच्छा था आमिर का प्रदर्शन
पीसीबी के एक अधिकारी ने बताया कि घरेलू सत्र का पुनर्गठन करने के अलावा पाकिस्तानी टीम में जगह बनाने के लिये खिलाड़ियों के लिये घरेलू क्रिकेट में खेलना अनिवार्य होगा. अधिकारी ने कहा, ''उदाहरण के लिये टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने वाले मोहम्मद आमिर को राष्ट्रीय टीम में चयन के लिये घरेलू एकदिवसीय कप और राष्ट्रीय टी20 प्रतियोगिता में खेलना होगा.'' उन्होंने कहा कि इसी तरह से टेस्ट क्रिकेट में सक्रिय खिलाड़ियों को प्रथम श्रेणी मैचों में खेलना पड़ेगा.
आमिर के संन्यास की पूर्व खिलाड़ियों ने काफी आलोचना की है. आमिर ने पाकिस्तान के लिए 36 टेस्ट खेलते हुए 119 विकेट लिए हैं. पूर्व खिलाड़ियों का मानना है कि आमिर अपने अच्छे फॉर्म में है और अगले एक साल में पाकिस्तान को दो विदेशी दौरों पर टेस्ट सीरीज खेलनी है, उसे देखते हुए आमिर को यह कदम नहीं उठाना चाहिए था. कुछ खिलाड़ियों का यह भी मानना है कि पाकिस्तान ने आमिर को फिक्सिंग से वापसी करने का मौका देते हुए उन पर काफी इनवेस्टमेंट किया है.
वर्ल्ड कप के दौरान आमिर काफी अच्छे फॉर्म में थे. आमिर ने वर्ल्ड कप के 8 मैचों में 17 विकेट लिए और वह पाकिस्तान के लिए सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज रहे.