पाकिस्तान के स्टार तेज गेंदबाज मोहम्मद आमिर के संन्यास को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है. 28 साल की उम्र में ही मोहम्मद आमिर ने इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह दिया है. संन्यास के वक्त पीसीबी पर गंभीर आरोप लगाने के बाद मोहम्मद आमिर ने इस मामले में नए खुलासे किए हैं. आमिर का कहना है कि वह पीसीबी के मौजूदा मैनेजमेंट के साथ काम नहीं कर सकते थे.


आमिर ने साफ किया कि उन्होंने न्यूजीलैंड दौरे से ड्रॉप होने की वजह से नहीं बल्कि पीसीबी मैनेजमेंट के कारण क्रिकेट को अलविदा कहा है. आमिर ने कहा, ''पीसीबी और मेरे बीच विवाद तब शुरू हुआ जब मैंने टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहने का एलान किया. 2019 के वर्ल्ड कप के बाद सब कुछ ठीक था. कोच मिकी ऑर्थर मेरे फैसले को समझ रहे थे. ऑस्ट्रेलिया दौरे पर लिमिटिड ओवर सीरीज के लिए मेरा चयन भी हुआ.''


आमिर ने आगे कहा, ''लेकिन ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज हारने के बाद से ही गेंदबाजी कोच ने मेरे खिलाफ बयान देने शुरू कर दिए. मुझ पर धोखा देने के आरोप लगाए गए. कहा गया कि मैंने विदेशी लीग खेलने के लिए टेस्ट क्रिकेट को छोड़ा है.''


गंभीर आरोप लगाए


आमिर ने कहा कि उन्होंने वनडे और टी20 खेलने से कभी इंकार नहीं किया था. स्टार तेज गेंदबाज ने कहा, ''मैंने हमेशा पाकिस्तान की टीम के लिए खेलने को प्राथमिकता दी. मेरी खिलाफ गलत प्रचार किया गया. मैं कमजोर नहीं हूं, अगर मैं कमजोर होता तो 2010 के बाद वापसी ही नहीं कर पाता.''


आमिर का आरोप है कि पीसीबी ने उन्हें न्यूजीलैंड दौरे से बाहर होने की जानकारी नहीं दी और यह बात उन्हें सोशल मीडिया के जरिए मालूम चली. आमिर ने कहा, ''मैं टेस्ट क्रिकेट नहीं खेल जा रहा था. लेकिन पाकिस्तान के लिए दो फॉर्मेट खेलने कै लिए हमेशा तैयार था. लेकिन पीसीबी ने सिर्फ टेस्ट क्रिकेट छोड़ने के फैसले से निशाने पर लेना शुरू कर दिया.''


आमिर ने सन्यास से पहले पाकिस्तान के लिए 36 टेस्ट, 61 वनडे और 50 टी20 मुकाबले खेले. आमिर इंटरनेशनल क्रिकेट में 259 विकेट लेने में कामयाब रहे. आमिर ने 2009 में टी20 वर्ल्ड कप में डेब्यू किया था.


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