अंकित छवन ने भारतीय क्रिकेट बोर्ड और मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन से 2013 के आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग कांड में शामिल होने के लिए उन पर लगाए गए आजीवन प्रतिबंध पर पुनर्विचार करने का अनुरोध किया है.
उस साल, बीसीसीआई की अनुशासनात्मक समिति ने राजस्थान रॉयल्स के तीन खिलाड़ियों- श्रीसंत, छवन और अजीत चंदीला को आईपीएल में स्पॉट फिक्सिंग का दोषी पाया था और उन्हें आजीवन प्रतिबंधित कर दिया था. हालाँकि 2015 में, दिल्ली की एक ट्रायल कोर्ट ने इन खिलाड़ियों के खिलाफ सबूतों के अभाव में सभी आरोप हटा दिए.
बाएं हाथ के स्पिनर 34 वर्षीय छवन ने कहा है कि, “मैंने उनसे मेरे जीवन प्रतिबंध पर पुनर्विचार करने का अनुरोध किया है. मैं फिर से क्रिकेट खेलना चाहता हूं. मैं मैदान पर वापस आना चाहता हूं. श्रीसंत ने अपने मामले को सफलतापूर्वक चुनौती दी है. वह फिर से क्रिकेट खेलने जा रहे हैं. मैं उसी स्थिति का सामना करता हूं और महसूस करता हूं कि मेरे प्रतिबंध पर भी पुनर्विचार किया जाना चाहिए. मैंने अपने होम एसोसिएशन एमसीए से अनुरोध किया है कि वह मेरे मामले को आगे ले जाए. ”
अब तक, श्रीसंत उन तीन खिलाड़ियों में से एक हैं जो अपने प्रतिबंध को चुनौती दे चुके हैं. 2019 में, सुप्रीम कोर्ट ने उन पर लगाए गए आजीवन प्रतिबंध को रद्द कर दिया और बोर्ड को सजा की मात्रा पर दोबारा विचार करने के लिए कहा. बोर्ड ने बाद में श्रीसंत को 2020 सत्र से क्रिकेट खेलने की अनुमति दी.
छवन ने आगे कहा कि, “2015 में, मुझे क्लीन चिट मिल गई (दिल्ली की एक अदालत ने सभी आरोप हटा दिए) लेकिन प्रतिबंध अभी भी था. मैं मैदान पर वापसी करने के लिए बेताब हूं और इसलिए मैंने बोर्ड और एमसीए से अनुरोध किया है. क्रिकेट के बिना जीवन अधूरा लगता है, मैं बस फिर से खेलना चाहता हूं. आगे कोई टिप्पणी करना मेरे लिए उचित नहीं होगा, मैंने एक अनुरोध किया है, देखते हैं कि क्या होता है.