मेलबर्न: ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच मेलबर्न में खेला गया चौथा टेस्ट ड्रॉ पर खत्म हुआ. पिछले 20 साल में ये दूसरा मौका है जब बॉक्सिंग डे टेस्ट में कोई परिणाम नहीं आया. मैच के बराबरी पर छूटने के बाद दोनों टीम के कप्तानों ने निर्जीव मेलबर्न पिच की जमकर आलोचना की.



मेलबर्न क्रिकेट मैदान की पिच गेंदबाजों के लिए निराशाजनक साबित हुई जिसमें 1,081 रन जुटाये गये और पांच दिन में केवल 24 विकेट ही गिरे.

इस सपाट और निर्जीव पिच की काफी आलोचना हुई क्योंकि यह बॉक्सिंग डे एशेज जैसे बड़े टेस्ट के लायक नहीं थी.

ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीव स्मिथ ने ड्रॉ मैच के अंतिम दिन नाबाद 102 रन बनाए. उन्होंने पत्रकारों से कहा, ‘‘इसमें पिछले पांच दिन में कोई बदलाव नहीं हुआ है और मैं कहूंगा कि अगर हम अगले दो दिन भी खेलेंगे तो शायद इसमें फिर भी कोई बदलाव नहीं होगा. ’’

इंग्लैंड के कप्तान जो रूट ने कहा कि पिच बॉक्सिंग डे टेस्ट के लिए सही नहीं थी. उन्होंने कहा, ‘‘खिलाड़ी के तौर पर आपके सामने जो कुछ भी है, आप सिर्फ उसी पर ही प्रतिक्रिया दे सकते हो. ’’

इंग्लैंड के लिए परेशानी का सबब बने संकटमोचक स्मिथ
इंग्लैंड के गेंदबाजों के लिए एशेज सीरीज में सिरदर्द बने स्टीव स्मिथ ने कहा कि वह हालात के अनुकूल ढलने पर मेहनत कर रहे हैं और इसका परिणाम उन्हें छह पारियों में 604 रन के रूप में मिला.

उन्होंने चौथे एशेज टेस्ट के आखिरी दिन शानदार शतक जमाकर ऑस्ट्रेलिया को हार से बचाया.

स्मिथ ने कहा ,‘‘मुझे काफी मेहनत करनी पड़ी है लेकिन मुझे सच में लग रहा है कि अब मैं उम्दा खेल रहा हूं.’’

उन्होंने कहा ,‘‘मैं हर गेंदबाज के अनुरूप खुद को ढाल रहा हूं. मैं उनके हिसाब से अपनी रणनीति बना रहा हूं कि कैसे वे मुझे आउट करने के लिये योजना बनाते हैं. उम्मीद है कि आगे खेल और बेहतर होगा.’’

ऑस्ट्रेलियाई कप्तान ने कहा ,‘‘ मेरा मानना है कि क्रिकेट खेलते हुए आप कभी पूरी तरह से संतुष्ट नहीं हो सकते. मुझे बल्लेबाजी पसंद है और उम्मीद है कि सिडनी में भी यह लय कायम रहेगी.’’