पहली बार पंजाब टीम के लिए खेल रहे अश्विन ने इस घोषणा के बाद कहा, 'इस नई ज़िम्मेदारी से बहुत ज्यादा उत्साहित हूं. वीरेंदर सहवाग और टीम मैनेजमेंट ने मुझपर भरोसा जताया है जिसपर मैं खरा उतरने की कोशिश करूंगा.'
इसके साथ ही अश्विन ने कहा कि 'कप्तान बन जाने से मेरे ऊपर कोई अतिरिक्त दबाव नहीं है। मैंने पहली बार प्रथम श्रेणी क्रिकेट में जब अपने राज्य की अगुआई की तब मेरी उम्र मात्र 21 साल ही थी। मैं यह काम पहले भी कर चुका हूं और मुझे यकीन है कि मैं इस चुनौती का लुत्फ उठाऊंगा.'
अश्विन ने सहवाग के साथ बातचीत करते हुए कहा कि इससे पहले मैं एमएस धोनी, विराट कोहली और खुद वीरेंदर सहवाग जैसे दिग्गज़ों की कप्तानी में खेला हूं. लेकिन अब पहली बार मौका मिला है कि इनसे सीखे हुई चीज़ों से मैं मैदान पर अपनी कप्तानी का नमूना पेश करूं.'
अश्विन ने अपनी टीम के संयोजन पर कहा, 'ये शानदार मौका है जिसमें कई प्रतिभावान क्रिकेटरों शामिल हैं. इस टीम में खिलाड़ियों की शानदार कंपनी और सीनियर-जूनियर खिलाड़ियों का बेहतरीन मिश्रण है, मुझे भरोसा है कि मैं अपनी टीम के साथियों से सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करवा पाऊंगा।’
हालांकि किंग्स इलेवन पंजाब के कप्तान चुने गए अश्विन को शॉर्टर फॉर्मेट में क्रिकेट खेले हुए लगभग छह महीने से ज्यादा वक्त हो चला है. अब देखना होगा कि वो इस टीम के साथ किस तरह से सामांजस्य बिठा पाते हैं.