भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) इस बात को लेकर आश्वस्त है कि अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) गुरुवार को होने वाली अपनी बैठक में इस साल अक्टूबर-नवंबर में ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी 20 विश्व कप के भाग्य का फैसला करेगा. हालांकि, अगर परिस्थितियां सही रहती है तो बीसीसीआई इस साल के आखिर में ऑस्ट्रेलिया का दौरा करने के लिए खुश है, लेकिन वह क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) के साथ टी 20 विश्व कप 2021 संस्करण के लिए आयोजन अधिकारों का सीए के साथ आदान-प्रदान करने के मूड में नहीं हैं. बीच में ऐसी खबरें आई थी कि सीए टी20 विश्व कप के 2021 संस्करण की मेजबानी करेगी जबकि भारत 2020 संस्करण का आयोजन 2022 में करेगा.


इस मामले की जानकारी रखने वाले बीसीसीआई के एक सूत्र ने कहा कि इस साल होने वाले टी 20 विश्व कप के भाग्य पर गुरुवार को कोई फैसला होने की उम्मीद है. उन्होंने साथ ही कहा कि इस बात की संभावना नहीं है कि टी 20 विश्व कप की मेजबानी को लेकर भारत सीए के साथ किसी भी तरह का आदान प्रदान करेगा.


अधिकारी ने कहा, " इस बात की उम्मीद है कि इस बैठक में तस्वीर साफ हो जाएगी. आप ऐसी चीजों को ज्यादा देर तक नहीं रख सकते, जिसमें टूर्नामेंट और कई सारी टीमें शामिल हो. ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि बीसीसीआई 2021 टी-20 विश्व का आयोजन अधिकार सीए को सौंप सकता है और हम 2022 टी-20 विश्व कप का आयोजन कर सकते हैं. लेकिन मैं ईमानदारी से कहूं तो मुझे ऐसा होता दिखाई नहीं दे रहा है. अगर 2020 में ऑस्ट्रेलिया में टी -20 विश्व कप नहीं हो पाता है तो फिर यह 2022 में होगा, तब हम क्या महसूस करेंगे." अधिकारी ने ऑस्ट्रेलिया दौरे पर होने वाले भारत के अगले अंतर्राष्ट्रीय दौरे को लेकर कहा कि अगर सबकुछ सामान्य रहता है और कोरोनावायरस महामारी नियंत्रण में रहती है तो निश्चित रूप से यह दौरा होगा.


उन्होंने कहा, "ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज निश्चित रूप से तब तक संभव है जब तक कि हमारे पास ऐसी स्थिति नहीं होती है, जहां कोरोनोवायरस महामारी के कारण यात्रा करना या खेलना असंभव हो जाता है. चीजें निश्चित रूप से बेहतर दिख रही हैं और हमें विश्वास है कि हम आईपीएल के बाद उस दौरे को करने की स्थिति में होंगे."


अधिकारी ने आईपीएल के 13वें संस्करण के शुरू होने को लेकर कहा कि यह सब कुछ कोरोनोवायरस महामारी और सरकार की मंजूरी पर निर्भर करेगा. उन्होंने कहा, " यह सब परिस्थितियों पर निर्भर करता है. यदि स्थिति में सुधार होता है और सरकार आगे बढ़ती है तो निश्चित रूप से हमारे पास आईपीएल होगा."