कोरोना वायरस महामारी में बीसीसीआई आईपीएल के 13वें सीजन का सफल आयोजन करने में कामयाब रही. इस साल खेले गए इंडियन प्रीमियर लीग के 13वें सीजन को बीसीसीआई को चार हजार करोड़ रुपये का रेव्न्यू हासिल हुआ. इतना ही नहीं पिछले साल की तुलना में आईपीएल को टीवी पर देखने वाले फैंस की तादाद में 25 फीसदी की बढ़ोतरी हुई.
कोविड 19 के खतरे के बीच खिलाड़ियों और स्टाफ को सुरक्षित रखना आसान नहीं था. इसी के मद्देनज़र बीसीसीआई ने 1800 लोगों के 30 हजार आरटी पीसीआर टेस्ट करवाए. 60 दिन तक चले इस टूर्नामेंट में कोरोना वायरस का एक भी मामला सामने नहीं आया.
बीसीसीआई के कोषाध्यक्ष अरूण धूमल ने आईपीएल 13 की कामयाबी का रिपोर्ट कार्ड शेयर किया है. इस साल फरवरी से पूरी दुनिया में कोरोना वायरस का कहर बढ़ना शुरू हुआ था और पिछले 6 महीने में आईपीएल पहला ऐसा टूर्नामेंट था जिसका आयोजन इतने बड़े पैमाने पर हुआ.
स्टार के साथ डील से हुआ फायदा
बीसीसीआई ने हालांकि आईपीएल से हुई कमाई के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं दी है. लेकिन सफल आयोजन के साथ ही बोर्ड स्टार के साथ हुई पांच साल की ब्रॉडकास्ट डील को बचाने में कामयाब रहा. स्टार ने बीसीसीआई को पांच साल के लिए 16,347 करोड़ रुपये चुकाए हैं.
धूमल ने कहा, ''बोर्ड पिछले साल के खर्चों में 35 फीसदी की कटौती करने में कामयाब हो गया था. इस साल आईपीएल से चार हजार करोड़ रुपये हासिल हुए और टीवी पर भी 25 फीसदी लोगों का इजाफा हुआ. मुंबई इंडियंस और चेन्नई सुपर किंग्स के ओपनिंग मैच की टीआरपी सबसे ज्यादा रही.''
बीसीसीआई को आईपीएल के 13वें सीजन के आयोजन के लिए यूएई के अलावा श्रीलंका से भी ऑफर मिला था. चूंकि यूएई के पास पहले से ही आईपीएल के आयोजन का अनुभव था इसलिए बोर्ड ने इसे चुनना ही बेहतर समझा.
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