नई दिल्ली: बीसीसीआई ने शनिवार को कहा कि नये राष्ट्रीय चयन पैनल को जरूरत पड़ने पर अधिकारिक रूप से टीम की बैठकों में शिरकत करनी होगी. बोर्ड राष्ट्रीय चयकनर्ता पद के लिये आवेदन आमंत्रित करते हुए इसे जरूरी जिम्मेदारियों में से एक के रूप में रखा. सीनियर चयन पैनल में दो स्थानों पर मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद और उनके साथी गगन खोड़ा की जगह भरी जानी है. चयनकर्ता की अंतिम एकादश चुनने में भूमिका होगी या नहीं, यह अभी स्पष्ट नहीं है.


विज्ञापन में यह भी स्पष्ट किया गया कि चयन समिति का कार्यकाल चार साल का होगा जिससे सरनदीप सिंह, देवांग गांधी, जतिन परांजपे का अगले 12 महीने तक पद पर बने रहने का रास्ता साफ हुआ.


यह भी स्पष्ट है कि नया चयनकर्ता पैनल का प्रमुख होगा क्योंकि तीन मौजूदा चयनकर्ताओं के पास सीनियर चयन समिति की अगुआई करने का दर्जा नहीं है.


इस आवेदन में तीन जिम्मेदारियों की बात की गयी है जिसमें पारदर्शी तरीके से सर्वश्रेष्ठ टीम का चयन, राष्ट्रीय टीम के लिये मजबूत बेंच तैयार करना और योजना बनाना शामिल है. तीसरी जिम्मेदारी में ‘जरूरत पड़ने पर टीम बैठकों में शिरकत करने’ की बात की गयी है.


अंत में अंतरराष्ट्रीय और घरेलू मैचों को देखने के लिये यात्रा करना शामिल है.


जब बीसीसीआई के एक सीनियर अधिकारी से पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘‘देखिये, चयनकर्ता दौरों पर जाते रहे हैं लेकिन जहां तक मैं जानता हूं कि इसमें कोई औपचारिक शर्त नहीं है जो उन्हें टीम बैठकों में बैठने की अनुमति दे. ’’


उन्होंने कहा, ‘‘सामान्य तौर पर दौरा करने वाले चयनकर्ता अभ्यास के दौरान कोच और कप्तान के साथ बैठते हैं और रणनीति और योजना पर चर्चा करते हैं. लेकिन यह नयी चीज है. अगर दौरा करने वाले चयनकर्ता को टीम बैठकों में बैठने की अनुमति दी जाती है तो यह अच्छी चीज है. ’’


IND vs AUS 3rd ODI: चोटिल रोहित और धवन के खेलने को लेकर कल मैच से पहले लिया जाएगा फैसला


राहुल द्रविड़ से तुलना पर के एल राहुल बोले- उनके जैसे बल्लेबाज के साथ तुलना सम्मान की बात है