नई दिल्ली: क्रिकेटर से कमेंटेटर और फिर टीम इंडिया के हैड कोच बने रवि शास्त्री आज 58 साल के हो गए हैं. उनका जन्म आज ही के दिन 1962 में मुंबई में हुआ था. शास्त्री ने 17 साल की उम्र में अपना पहला रणजी ट्रॉफी मैच खेला था. साल 2017 में उन्होंने टीम इंडिया का हैड कोच बना दिया गया.


रवि शास्त्री ने 21 फरवरी 1981 को न्यूजीलैंड के खिलाफ अपना पहला टेस्ट मैच खेला था. शास्त्री लेफ्ट आर्म स्पीनर के तौर पर टीम में शामिल हुए थे लेकिन बाद में उन्होंने एक ऑलराउंडर के तौर पर खुद को साबित किया. रवि शास्त्री ने 80 टेस्ट और 150 वनडे समेत इंटरनेशनल क्रिकेट में करीब 7000 रन बनाए. इसके साथ-साथ उन्होंने 280 विकेट भी झटके. उनके नाम नंबर एक से 10 तक सभी बैटिंग पोजीशन पर बल्लेबाजी करने का भी रिकॉर्ड है.


शास्त्री ने 1985- 86 के कार्यकाल में उपकप्तानी भी की थी. उन्होंने अपने पूरे करियर में 80 टेस्ट मैचों में 35 की औसत से 3830 रन बनाए हैं. जिसमें 11 शतक और 12 अर्द्ध शतक शामिल हैं. वहीं वनडे करियर में उन्होंने 150 मैचों में 3108 रन बनाए, जिसमें 4 शतक और 18 अर्द्धशतक शामिल है.


रवि शास्त्री ने 1985 में बड़ौदा के खिलाफ रणजी ट्रॉफी में दोहरा शतक जमाया था. उन्होंने इस मैच छह गेंदों में छह छक्के भी जड़े. ऐसा करने वाले शास्त्री पहले भारतीय खिलाड़ी बने थे. इस मैच में उन्होंने सिर्फ 80 गेंदों में शतक लगाने के बाद अगले 100 रन ताबड़तोड़ 43 गेंदों में जड़ दिए थे.


एक कमेंटटेर के तौर पर भी रवि शास्त्री को खूब पसंद किया गया. लोग उनकी आवाज के आज भी दीवाने हैं. 2011 में जब टीम इंडिया ने वर्ल्ड कप जीता तब रवि शास्त्री ही कॉमेंट्री कर रहे थे और जब युवराज सिंह ने छह गेंदों पर छह छक्के जड़े थे तब भी उन्होंने अपनी आवाज से समां बांध दिया था.


एक कोच के तौर पर भी शास्त्री ने शानदार भूमिका निभाई. साल 2017 में उन्हें टीम इंडिया का हैड कोच बनाया गया था और 2019 में उनके कार्यकाल को फिर से बढ़ा दिया गया. उनके कोच रहते हुए टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया में पहली बार टेस्ट सीरीज अपने नाम की और भारत ने साउथ अफ्रीका में वनडे सीरीज में 5-1 से जीत दर्ज की.


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