न्यूज़ीलैंड के कप्तान केन विलियमसन ने टॉस जीतकर पिच को भांप लिया और पहले गेदंबाज़ी करने का फैसला किया. जिसे उनके गेंदबाज़ों ने सही साबित कर दिया.
मैदान पर बल्लेबाज़ी के लिए उतरी इंग्लैंड की सलामी जोड़ी एलिस्टर कुक और स्टोनमैन से ही मुश्किलों की शुरूआत हो गई. बोल्ट ने सबसे पहले महज़ 6 रनों के योग पर कुक(5 रन) को लेथम के हाथों कैच आउट करवाकर वापस पवेलियन भेज दिया. इसके बाद कप्तान जो रूट तो अपना खाता भी नहीं खोल सके और शून्य के स्कोर पर बोल्ट की बेहतरीन गेंद पर बोल्ड हो गए.
एक के बाद एक दो विकेट चटका चुके बोल्ट का कहर यहीं कम नहीं हुआ. इसके बाद उन्होंने डीजे मलान(2 रन) को विकेटकीपर वाटलिंग के हाथों कैच आउट करवाकर टीम को बेहतरीन शुरूआत दिला दी. इससे पहले इंग्लैंड की टीम कुछ समझ पाती. टिम साउदी ने स्टोनमैन को 11 रनों के निजी स्टोर पर चलता कर दिया.
एक छोर पर साउदी और दूसरे छोर पर बोल्ट का कहर पूरी पारी के दौरान कम होता नहीं दिखा. न्यूज़ीलैंड के गेंदबाज़ों ने लगभग छह महीने के बाद टीम में वापसी कर रहे बेन स्टोक्स को भी नहीं बख्शा. बोल्ट की शानदार गेंद पर बेन स्टोक्स अपना खाता भी नहीं खोल सके और क्लीन बोल्ड होकर वापस पवेलियन लौट गए.
वोक्स के बाद स्टुअर्ट ब्रॉड भी अपना खाता नहीं खोल सके और साउदी का चौथा शिकार बने. 27 रनों के स्कोर पर नौ विकेट गंवाने के बाद अंतिम विकेट के लिए ओवरटन ने जेम्स एंडरसन के साथ मिलकर अपनी टीम को 50 रनों के पार पहुंचाया. लेकिन 58 रनों के कुल स्कोर पर पूरी इंग्लैंड की टीम ऑल-आउट होकर वापस पवेलियन लौट गई.
इंग्लैंड की टीम टेस्ट मैच के पहले दिन पहले सेशन में ही आल-आउट हो कर लौट गई. पूरी टीम में महज़ दो बल्लेबाज़ दहाई के आंकड़े में पहुंच सके. जबकि पांच बल्लेबाज़ तो खाता भी नहीं खोल सके.