इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल ने कहा है कि किसी भी गेंदबाज को कोरोना वायरस के बाद अगर टेस्ट क्रिकेट की शुरूआत करनी है तो उन्हें 2 महीने की कड़ी मेहनत करनी होगी जिससे वो चोटिल न हों. दूसरे अहम खेलों के साथ क्रिकेट को भी मार्च के महीने से सस्पेंड किया जा चुका है लेकिन कुछ देश अभी भी इस प्लानिंग में हैं कि अगर सरकार कुछ छूट देती है तो वो दोबारा इस खेल की शुरूआत कर सकते हैं.


इंग्लैंड के खिलाड़ी पहले ही स्किल आधारित ट्रेनिंग की शुरूआत कर चुके हैं जहां अभी भी ये सुनने में आ रहा है कि जुलाई से पहले किसी भी टूर्नामेंट की शुरूआत होना नामुमकिन है. पाकिस्तान को इंग्लैंड के साथ तीन मैचों की टेस्ट सीरीज खेलनी है जहां टी20 मैच भी होंगे. ऐसे में कोरोना संकट के बीच इन सभी मैचों का आयोजन बंद दरवाजे के बीच करवाया जा सकता है.


आईसीसी ने कहा है कि कोई भी टीम अपने गेंदबाजों पर दबाव न बनाए क्योंकि उन्हें 2 महीने अपनी ट्रेनिंग और फिटनेस को फिर से वापस ट्रैक पर लाने के लिए चाहिए होंगे. 6 हफ्तों की तैयारी से कोई भी गेंदबाज 50 ओवर क्रिकेट या टी20 मैच के लिए वापसी कर सकता है.


ऐसे में आईसीसी ने टीमों को अपने मेडिकल एडवाइजर की मौजूदगी में ट्रेनिंग की शुरूआत करने के लिए कहा है जिससे इस संकट के बीच सबकुछ सुरक्षित तरीके से हो सके. खिलाड़ियों को ये भी निर्देश दिए गए हैं कि वो हमेशा सोशल डिस्टेंसिंग और गेंद पर लार का इस्तेमाल न करें.