एक वक्त तक मुक्केबाजी में भारत की पहचान बन चुके बॉक्सर डिंको सिंह इस वक्त अपनी जिंदगी से जूझ रहे हैं. पिछले काफी वक्त से कैंसर से पीड़ित डिंको का इलाज दोबारा शुरु करने के लिए अब दिल्ली लाया जाएगा. एशियन गेम्स में गोल्ड मेडलिस्ट डिंको सिंह को कई पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है.

इंफाल में अपना इलाज करा रहे पूर्व एशियन गेम्स चैंपियन डिंको की रेडिएशन थेरेपी की जानी थी. हालांकि कोरोनावायरस के कारण देश में जारी लॉकडाउन का असर इस पर पड़ा और थेरेपी अपने तय वक्त पर नहीं हो सकी. 41 साल के डिंको को अब एयर एंबुलेंस के जरिए दिल्ली लाए जाने की व्यवस्था की गई है.

पीटीआई से बात करते हुए बॉक्सिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (बीएफआई) के कार्यकारी निदेशक आरके सचेती ने बताया,

“उनसे संपर्क किया गया है और उन्हें एयर एंबुलेंस के जरिए यहां लाने का इंतजाम किया गया है ताकि उनकी थेरेपी जारी रहे.”

बीएफआई ने 25 अप्रैल को डिंको सिंह को एयर एंबुलेंस के जरिए इंफाल से दिल्ली लाने की व्यवस्था की है. बीएफआई के अध्यक्ष अजय सिंह हैं जो स्पाइसजेट एयरलाइंस के चेयरमैन और एमडी भी हैं.

1998 में जीता था गोल्ड


लीवर कैंसर से पीड़ित डिंको ने 1998 के बैंकॉक एशियन गेम्स में बैंटमवेट कैटेगरी में गोल्ड मेडल जीता था. इसके बाद उन्हें अर्जुन अवार्ड और पद्म पुरस्कार से सम्मानित किया गया था.

इससे पहले न्यूज एजेंसी एएनआई ने केंद्रीय खेल मंत्रालय के सूत्रों के हवाले से बताया था कि खेल मंत्री किरेण रिजिजू ने मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह से बात कर चैंपियन बॉक्सर की मदद की अपील की थी.