ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज मिचेल स्टार्क को पिंक गेंद ज्यादा पसंद नहीं और न ही वो इसके फैन हैं लेकिन उनकी चाहत है कि जब भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच डे नाइट टेस्ट खेला जाए तो उस दौरान पिंक गेंद का इस्तेमाल हो. भारत ने साल 2018-19 में ऑस्ट्रेलिया के उस ऑफर को ठुकरा दिया था जिसमें डे नाइट टेस्ट करवाए जाने की मांग थी. लेकिन अब बोर्ड के अध्यक्ष सौरभ गांगुली फरवरी के महीने में इस बात से संतुष्ट हो गए कि आगे होने वाली चार मैचों की टेस्ट सीरीज में एक मैच डे नाइट होगा.
स्टार्क ने कहा कि, पिंक गेंद का अगर भारत सीरीज के दौरान इस्तेमाल हो तो काफी मजा आएगा. फैंस को पसंद है और वो एक अनोखा मुकाबला भी देखना चाहते हैं. मुझे लगता है कि अब गेंद और बल्ला काफी करीब आ चुके हैं और भारत ने इससे पहले बांग्लादेश के खिलाफ सीरीज खेली थी तो उनके लिए कुछ नया नहीं होगा.
बता दें कि ऑस्ट्रेलिया ने अब तक 7 डे नाइट टेस्ट खेले हैं और सभी जीते हैं. ऐसे में स्टार्क की ये बात ऑस्ट्रेलिया के लिए फायदे का सौदा साबित हो सकती है. 30 साल के स्टार्क से जब गेंद पर लार के इस्तेमाल को लेकर पूछा गया तो उन्होंने कहा कि आईसीसी के इस फैसले के बाद बल्लेबाजों को काफी फायदा होगा. अगर लार को बैन कर दिया जाता है तो गेंदबाजों को कोई ऐसा ऑप्शन मौजूद होना चाहिए जिससे वो गेंद को चमका सकें.
भारत और बांग्लादेश के बीच पहली बार ईडन गार्डन्स के मैदान पर डे नाइट टेस्ट हुआ था जिसमें कई स्पेशल गेस्ट भी शामिल थे. इस मैच में टीम इंडिया ने बांग्लादेश को बुरी तरह रौंदा था जहां गेंदबाजों ने लाजवाब प्रदर्शन किया था.