नई दिल्ली: भारतीय लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल के लिए इस साल का आईपीएल काफी शानदार रहा क्योंकि उन्होंने आरसीबी की तरफ से खेलते हुए सबसे ज्यादा विकेट लिए. हालांकि आरसीबी ने इस आईपीएल में फिर से अपने फैंस को निराश किया. लेकिन चहल ने 12 मैचों में कुल 14 विकेट्स अपने नाम किए. हाल ही में 27 साल के स्पिनर को पॉपुलर चैट शो ब्रेकफास्ट विद चैंपियंस में आने का मौका मिला जहां उन्होंने अपने करियर से जुड़े हुए कई दिलचस्प किस्सों के बारे में बात की. चहल ने बताया कि कैसे जिम्बाब्वे टूर से अपने करियर की शुरूआत करने वाले गेंदबाज को एमएस धोनी ने वनडे कैप दिया था और पूरे टूर के दौरान उन्हें घर जैसा माहौल दिलवाया.


भारतीय टीम में सेलेक्शन को लेकर चहल ने कहा कि, आईपीएल सीजन मेरा काफी अच्छा रहा था और मुझे इस बात की जानकारी थी की टीम का चयन होने वाला है. जब नामों की सूची को बीसीसीआई की वेबसाइट पर डाला गया तो मुझे अपने आंखों पर बिल्कुल भरोसा नहीं हुआ जब मैंने उस सूची में अपना नाम देखा. मैं उस लिस्ट को आधे घंटे तक देखता गया और खूब रोया. जिस दिन मैंने भारतीय टीम की जर्सी पहनी उस चीज को मैं अपने शब्दों में बयां नहीं कर सकता.


मुझे 'सर' मत कहो: धोनी


चहल ने आगे कहा कि मुझे जब एमएस धोनी की तरफ से वनडे कैप मिला तो मैं काफी खुश था. मैं जब पहली बार धोनी से मिला था तो मैं उनके सामने बोल भी नहीं पा रहा था. पहली बार मिलते ही मैंने उन्हें सर कहा. बार बार सर कहने पर धोनी ने मुझे कहा कि, या तो मुझे माही कहो या एमएस धोनी या भाई. कुछ भी कहो लेकिन सर मत कहो.


शेन वॉर्न मेरे रोल मॉडल


चहल ने आगे कहा कि, वो बचपन से ही शेन वॉर्न को अपना रोल मॉडल मानते हैं. अंडर 14 के दौरान मैच खेलते हुए मैंने अचानक से अपना बॉलिंग एक्शन चेंज कर लिया. और मेरे लिए वो कदम सही साबित हुआ. और मैं आज आपके सामने हूं. मैं अपने आप को कभी प्रेशर में नहीं आने देता.


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