कैसे वीवीएस लक्ष्मण और राहुल द्रविड़ ने साल 2001 के ऑस्ट्रेलिया टेस्ट के दौरान पूरे दिन बल्लेबाजी की थी
वीवीएस लक्ष्मण ने साल 2001 की अपनी और राहुल द्रविड़ की पारी को याद करते हुए कहा कि कैसे दोनों खिलाड़ी एक दूसरे को प्रोत्साहित कर रहे थे कि बस एक ओवर और खेलना है. ऐसे में दोनों ने मिलकर पूरे दिन खेला था और टीम इंडिया को अंत में जीत हासिल हुई थी.
2001 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ईडन गार्डन टेस्ट में राहुल द्रविड़ और वीवीएस लक्ष्मण के बीच 331 रनों के महत्वपूर्ण साझेदारी ने सौरव गांगुली की अगुवाई वाली टीम को हार के कगार से एक चमत्कारिक जीत तक ला खड़ा किया था. द्रविड़ और लक्ष्मण बीच में बल्लेबाजी कर रहे थे जब भारत को फॉलो-ऑन करने के लिए कहा गया. इस दौरान टीम इंडिया के 4 विकेट गिर चुके थे. द्रविड़ और राहुल दोनों ने चौथे दिन पूरे 90 ओवर बल्लेबाजी की. भारत ने 657/7 के विशाल स्कोर के साथ अंत में पारी घोषित की जहां ऑस्ट्रेलिया को अंत में पीछा करने के लिए कुल 384 रनों का लक्ष्य मिला था.
ऑस्ट्रेलिया ने अंतिम दिन के अंतिम सत्र में 46 रन पर सात विकेट गंवाए और भारत में इस मुकाबले को जीत कर इतिहास रच दिया था. स्टार स्पोर्ट्स के कोलकाता 2001-द्रविड़ और लक्ष्मण स्पेशल 'चैट शो के एक एपिसोड में बोलते हुए, लक्ष्मण ने कहा कि कैसे बीच में संघर्ष करने के बावजूद यह जोड़ी एक दूसरे को प्रेरित करने के लिए आगे बढ़ी.
उन्होंने कहा, “हम सभी ने देश के लिए खेलते हुए बहुत गर्व महसूस किया, और हम हमेशा अच्छा प्रदर्शन करना चाहते थे, खासकर कठिन परिस्थितियों में. उस पूरी साझेदारी के दौरान हमें निराशा की झलक दिखाई दी. वह उस लड़ाई को दिखा रहा था, जो हम हमेशा राहुल की पारी में देखते हैं.
“हर ओवर के बाद, हम मुट्ठी भरते थे और एक ही चीज की हम चर्चा कर रहे थे, एक दूसरे को बता रहे थे,‘ कम ऑन बडी'. एक और यह एक ऐसी चीज थी जो हम दोनों के लिए बहुत अच्छी सीख थी क्योंकि जब आप एक बड़ी चुनौती का सामना कर रहे होते हैं, तो आप उस बड़ी तस्वीर के बारे में सोच भी नहीं सकते.
“आपको छोटे लक्ष्यों को प्राप्त करने पर ध्यान केंद्रित करना होगा. इस दौरान अपने साथी को मिलने वाली प्रत्येक गेंद के साथ अपने साथी को प्रोत्साहित करें कि हमें अपने देश के लिए ऐसा करना है. राहुल को उस दौरान वायरल फीवर था, मैं अपनी पीठ के साथ संघर्ष कर रहा था और हम एक दूसरे को बता रहे थे, एक और ओवर. ’ और इसी तरह एक दूसरे को प्रोत्साहित करते- करते हमने चौथे दिन 90 ओवर बल्लेबाजी की.
इस ऐतिहासिक टेस्ट को टीम इंडिया ने 171 रनों से जीत लिया था. आज तक वीवीएस और राहुल द्रविड़ की इस पारी को सभी भारतीय फैंस याद करते हैं.