1st T20 India vs New Zealand: 80 रनों के साथ भारत को मिली T20 इतिहास की सबसे बड़ी हार
पहले सीफर्ट की आतिशी बल्लेबाज़ी और उसके बाद सोढ़ी और सैंटनर की घातक गेंदबाज़ी से मेज़बान टीम ने भारत को टी20 क्रिकेट में उसकी सबसे बड़ी हार दे दी है.
वनडे सीरीज़ में 4-1 से न्यूज़ीलैंड में सफाए के बाद भारतीय टीम के लिए टी20 सीरीज़ की शुरुआत बिल्कुल भी यादगार नहीं हुई है. पहले सीफर्ट(84 रन 43 गेंद) की आतिशी बल्लेबाज़ी और उसके बाद इश सोढ़ी(2/26) और मिशेल सैंटनर(2/24) की घातक गेंदबाज़ी से मेज़बान टीम ने भारत को टी20 क्रिकेट में उसकी सबसे बड़ी हार दे दी है.
तीन मैचों की टी20 सीरीज़ के पहले टी20 में भारत 80 रनों से हार गया जो कि रनों के लिहाज़ से टी20 क्रिकेट में उसकी सबसे बड़ी हार है.
इस मुकाबले में न्यूज़ीलैंड की टीम ने टॉस हारकर पहले बल्लेबाज़ी करते हुए अपना टी20 में सर्वोच्च स्कोर 215 रन बनाया.
इस लक्ष्य के जवाब में खेलने उतरी भारतीय टीम इतनी बुरी तरह बिखर गई कि वो लक्ष्य के आसपास भी नज़र नहीं आई. पारी की शुरुआत करने उतरे कप्तान रोहित और शिखर धवन टीम को अच्छी शुरुआत देने में नाकामयाब रहे. रोहित तीसरे ही ओवर में 1 रन बनाकर साउदी की गेंद पर मिस हिट खेल कैच आउट हो गए.
इसके बाद भारतीय टीम मैनेजमेंट ने एक दांव खेला और विजय शंकर को तीसरे नंबर पर बल्लेबाज़ी के लिए भेजा. विजय शंकर ने शिखर धवन के साथ मिलकर टीम को संभालने की कोशिश की. इन दोनों बल्लेबाज़ों ने टीम को 5.2 ओवरों में 51 रनों तक पहुंचा दिया. लेकिन इसके बाद धवन फर्ग्यूसन की गेंद पर क्लीन बोल्ड हो गए. उन्होंने 18 गेंदों में 29 रनों की पारी खेली.
पावरप्ले के भीतर 2 विकेट गंवाने के बाद अब भी भारत के पास अच्छे बल्लेबाज़ बाकी थे. लेकिन 51 पर दूसरे विकेट गिरने के बाद तो मानो भारतीय बल्लेबाज़ आया राम गया राम बनकर आते-जाते रहे. चौथे नंबर पर खेलने उतरे रिषभ पंत भी गेंद के साथ सही से कनेक्ट नहीं कर सके और 4 रन बनाकर सैंटनर की गेंद पर बोल्ड हो गए.
पंत के विकेट के जाते ही इसी ओवर में विजय शंकर का सब्र भी टूटा और वो भी 18 गेंदों में 27 रन बनाकर सैंटनर का दूसरा शिकार बन गए.
इन दोनों के विकेट के बाद 77 के स्कोर तक ईश सोढ़ी ने कार्तिक(5 रन) और पांड्या(4 रन) को भी वापस पवेलियन भेज दिया. 77 पर 6 विकेट गंवाने के बाद धोनी ने क्रुणाल के साथ पारी को आगे बढ़ाया और टीम को 100 रनों के पार पहुंचाया. दोनों बल्लेबाज़ों के बीच 50 रनों की साझेदारी भी हुई लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी.
अंत में धोनी भी बड़ा शॉट खेलने की कोशिश में 31 गेंदों में 39 रन बनाकर आउट हो गए और पूरी भारतीय टीम 20 ओवरों में 139 रन बनाकर ऑल-आउट हो गई.
न्यूज़ीलैंड के लिए पहले सैंटनर, सोढ़ी और साउदी ने 2-2 विकेट लिए. जबकि फर्ग्यूसन ने 1 विकेट अपने नाम किया.
इससे पहले किवी टीम ने पहले बल्लेबाज़ी की. उनके लिए टिम सेइफेर्ट ने 43 गेंदों में सात चौके और छह छक्कों की मदद से 84 रनों की तूफानी पारी खेली. कोलिन मनुरो ने 20 गेंदों पर 34 रन बनाए. कप्तान केन विलियम्सन ने भी 22 गेंदों पर 34 रनों की पारी खेली.
अंत में स्कॉट कुगेलेजिन ने महज सात गेंदों पर तीन चौके और छक्के की मदद से नाबाद 20 रन बनाए.
भारत के लिए हार्दिक पांड्या ने दो विकेट लिए. भुवनेश्वर कुमार, खलील अहमद, क्रूणाल पांड्या और युजवेंद्र चहल को एक-एक सफलता मिली.