भारत के खिलाफ रोमांचक टी-20 मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया ने आखिरी गेंद पर तीन विकेट से मैच जीत लिया. इस जीत के साथ ही ऑस्ट्रेलिया की टीम दो मैचों की टी-20 सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली है.


मुकाबले में टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम ने निर्धारित 20 ओवर में 126 रन ही बना पाई. लक्ष्य का पीछा करने उतरी ऑस्ट्रेलियाई टीम ने पारी की आखिरी गेंद पर दो रन लेकर मुकाबला जीत लिया.


शुरूआती झटके के बाद ऑस्ट्रेलिया के लिए ग्लेन मैक्सवेल और डार्सी शॉट ने पारी को संभाला और दोनों के बीच 84 रनों की साझेदारी हुई. मैक्सवेल ने ऑस्ट्रेलिया के लिए सबसे अधिक 56 रनों की अर्द्धशतकीय पारी खेली. मैक्सवेल ने अपनी इस पारी में 43 गेंदों का समाना किया जिसमें उन्होंने दो छक्कों के साथ छह चौके भी लगाए.


मैक्सवेल के अलावा डिआर्सी शॉट ने ऑस्ट्रेलिया के लिए 37 गेंदों में 37 रन बनाकर रनआउट हुए. डार्सी 101 रन के स्कोर पर आउट थे.


डार्सी शॉट के रन आउट होने के बाद भारत ने एक बार फिर से मैच में वापसी की और महज 12 रन के भीतर ऑस्ट्रेलिया ने अपने तीन विकेट गंवा दिए. जसप्रीत बुमराह ने अपने आखिरी ओवर में दो विकेट लेकर मैच पूरी तरह से भारत के पक्ष कर दिया था लेकिन पारी के आखिरी ओवर में ऑस्ट्रेलिया के निचले क्रम के बल्लेबाज झाय रिर्चडसन और पैट कमिंस ने मिलकर जरूरी 14 रन बना लिए.


इससे पहले भारत के लिए ओपनर बल्लेबाज केएल राहुल 50 रनों की शतकीय पारी खेली. टी-20 क्रिकेट में राहुल का यह पांचवा अर्द्धशतक था. राहुल के महेंद्र सिंह धोनी ने 37 गेंदों में 29 रनों की पारी खेली.


धोनी की यह पारी टी-20 क्रिकेट में भारत के लिए यह दूसरी सबसे धीमी गति से की गई बल्लेबाजी है. धोनी ने अपनी में 78.37 के स्ट्राइक रेट से रन बनाए. भारत के लिए टी-20 क्रिकेट में सबसे धीमी बल्लेबाजी करने का रिकॉर्ड रविंद्र जडेजा के नाम है जिन्होंने साल 2009 में इंग्लैंड के खिलाफ 71.42 की औसत से 25 रन बनाए थे.


धोनी के अलावा कप्तान विराट कोहली ने 24 रनों का योगदान दिया. इसके अलावा भारत का और कोई भी बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा पार नहीं सका.


गेंदबाजी में भारत के लिए जसप्रीत बुमराह ने तीन विकेट लिए जबकि युजवेंद्र चहल और क्रुणाल पंड्या ने एक-एक विकेट लिए. वहीं ऑस्ट्रेलिया के लिए एडम जम्पा को दो विकेट मिला जबकि झाये रिचर्डसन, नाथन कूल्टर-नाइल और पैट कमिन्स को एक-एक सफलता हासिल हुई.