तीन मैचों की टी20 सीरीज़ को 1-1 की बराबरी पर खत्म करने के बाद आज से भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच तीन मैचों टेस्ट सीरीज़ का आगाज़ होने जा रहा है. इस सीरीज़ की शुरुआत के साथ ही भारतीय टीम के सही संयोजन को लेर लगाए जा रहे कयास भी खत्म हो जाएंगे. आज से विशाखापट्टनम में दोनों टीमों के बीच इस विशाल सीरीज़ का आगाज़ होगा.


आज के मुकाबले में टीम इंडिया जो सबसे बड़ा दांव चलने वाली है व ये है कि आज भारतीय वनडे टीम के उप-कप्तान रोहित शर्मा को बतौर ओपनर टेस्ट में आजमाया जा रहा है. वहीं उनके अलावा विकेटकीपर रिषभ पंत को प्लेइंग इलेवन से बाहर कर रिद्धीमन साहा पर फिर से भरोसा जताया जा रहा है.

इन दोनों ही खिलाड़ियों के प्रदर्शन से इनका और टीम इंडिया का भविष्य भी तय होगा. क्योंकि इन दोनों के पास ही टीम की एक अहम जिम्मेदारी है.

वहीं दूसरी तरफ वेस्टइंडीज के खिलाफ बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले जसप्रीत बुमराह को फ्रैक्चर हो गया और वो इस सीरीज में टीम इंडिया का हिस्सा नहीं है. उनके साथान पर उमेश यादव को टीम में शामिल किया गया है. ऐसे में पूरी जिम्मेदारी इशांत शर्मा, मोहम्मद शमी और उमेश यादव पर होगी. इन तीनों ही खिलाड़ियों को बुमराह जैसे स्टार परफॉरमर की नामौजूदगी में अपने आप को साबित करना होगा.

मेजबान होने के नाते भारत को जीत का प्रबल दावेदार माना जा रहा है. ऐसे में भारतीय टीम में से नजरें रोहित शर्मा पर सबसे ज्यादा होंगी. सीमित ओवरों में बड़ी-बड़ी पारियों के लिए मशहूर रोहित टेस्ट में इसलिए चर्चा में हैं, क्योंकि उन्हें इस प्रारूप में पहली बार बतौर सलामी बल्लेबाज के तौर पर चुना गया है. रोहित अभी तक टेस्ट में मध्य क्रम में ही खेलते आए हैं लेकिन लोकेश राहुल की खराब फॉर्म के कारण उन्हें टेस्ट में पारी की शुरुआत करने का मौका मिल रहा है.

दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अभ्यास मैच में रोहित हालांकि सिर्फ दो गेंदों पर बिना कोई रन बनाए आउट हो गए थे. इस शून्य के बाद रोहित के ऊपर अपने आप को साबित करने का दबाव बढ़ गया है.

भारत की टेस्ट में बल्लेबाजी मजबूत है. मयंक अग्रवाल ने विंडीज के खिलाफ बीती टेस्ट सीरीज में अच्छा किया था. कप्तान कोहली और उप-कप्तान अजिंक्य रहाणे भी फॉर्म में हैं. हां, रहाणे के लिए निरंतरता बनाए रखना चुनौती हो सकता है. चेतेश्वर पुजारा भी रन कर रहे हैं. निचले क्रम में हनुमा विहारी ने टीम का भार अच्छे से उठा रखा है. वह विंडीज में टीम के लिए सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज थे.

कोहली ने इस मैच के लिए युवा विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋषभ पंत को बाहर कर अनुभवी विकेटकीपर रिद्धिमान साहा को मौका दिया है. चोट से वापसी करने के बाद यह साहा की पहली सीरीज होगी. विंडीज में वह अंतिम-11 में नहीं चुने गए थे. चोट के कारण वह बाहर होने से पहले बल्ले से भी अच्छी फॉर्म में थे और विकेटकीपिंग भी शानदार तरीके से कर रहे थे. साहा के लिए उसी फॉर्म को जारी रखना चुनौती होगा.

गेंदबाजी में हालांकि भारत के लिए जसप्रीत बुमराह का न होना परेशानी है. वह चोट के कारण बाहर हैं. उनकी अनुपस्थिति में ईशांत शर्मा और मोहम्मद शमी की जिम्मेदारी बढ़ गई है. कोहली ने रवींद्र जडेजा और रविचंद्रन अश्विन की जोड़ी को एक बार फिर अंतिम-11 में मौका दिया है. इन दोनों के अलावा विहारी भी ऑफ स्पिनर हैं.

स्पिन खेलना दक्षिण अफ्रीका के लिए हमेशा से टेढ़ी खीर रहा है. ऐसे में तीन स्पिनरों का सामना अनुभव की कमी वाली दक्षिण अफ्रीका कैसे करती है यह देखना होगा. मेहमान टीम की बल्लेबाजी कप्तान फाफ डु प्लेसिस और क्विंटन डी कॉक पर काफी हद तक निर्भर है. डीन एल्गर, एडिन मार्कराम और नए उप-कप्तान टेम्बा बावुमा का योगदान भी अहम होगा.

गेंदबाजी में उसके लिए कागिसो रबादा सबसे अहम हैं. रबाडा को भारत में खेलने का भी अच्छा अनुभव है. वार्नोन फिलेंडर और लुंगी नगिदी के लिए भारत की परिस्थतियों में गेंदबाजी करना आसान नहीं होगा. स्पिनर केशव महाराज से मेहमान टीम को काफी उम्मीदें होंगी.

टीमें:

भारत: विराट कोहली (कप्तान), अजिंक्य रहाणे (उप-कप्तान), रोहित शर्मा, मयंक अग्रवाल, चेतेश्वर पुजारा, हनुमा विहारी, रविचंद्रन अश्विन, रवींद्र जडेजा, रिद्धिमान साहा (विकेटकीपर), ईशांत शर्मा, मोहम्मद शमी.

दक्षिण अफ्रीका: फाफ डु प्लेसिस (कप्तान), टेम्बा बावुमा (उप-कप्तान), थेयुनिस डे ब्रयून, क्विंटन डी कॉक (विकेटकीपर), डीन एल्गर, जुबायर हम्जा, केशव महाराज, एडिन मार्कराम, सेनुरान मुतुसामी, लुंगी नगिदी, एनरिक नोर्टजे, वार्नोन फिलेंडर, डेन पिएड्ट, कागिसो रबादा, रुडी सेकेंड.